ACB की नोटिस पर महबूबा मुफ्ती ने कहा- पत्र से हैरानी नहीं है, मुख्यधारा के नेता एकजुट न हो पाएं ऐसा इसलिए किया जा रहा है
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 4, 2019 05:08 PM2019-08-04T17:08:33+5:302019-08-04T17:08:33+5:30
मालूम हो कि एंटी करप्शन ब्यूरो ने जम्मू कश्मीर बैंक में गैर कानूनी नियुक्तियों को लेकर मबहबूबा मुफ्ती से सफाई मांगी थी। एसीबी ने महबूबा मुफ्ती से पूछा कि क्या जम्मू-कश्मीर बैंक में नियुक्तियों का आपने समर्थन किया है? इस विषय में अपनी सफाई दें।
जम्मू कश्मीर बैंक में गैर कानूनी नियुक्तियों को लेकर एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) के नोटिस पर पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्षा महबूबा मुफ्ती ने सफाई दिया है। महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर कहा कि एसीबी की नोटिस पर कोई हैरानी नहीं है। उन्होंने कहा कि मुख्यधारा के नेता एकजुट न हो पाएं और सामूहिक प्रतिक्रिया के प्रयास सफल न होने पाएं, इसके लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि, इस तरह के प्रयास नहीं चल पाएंगे।'
मालूम हो कि एंटी करप्शन ब्यूरो ने जम्मू कश्मीर बैंक में गैर कानूनी नियुक्तियों को लेकर मबहबूबा मुफ्ती से सफाई मांगी थी। एसीबी ने महबूबा मुफ्ती से पूछा कि क्या जम्मू-कश्मीर बैंक में नियुक्तियों का आपने समर्थन किया है? इस विषय में अपनी सफाई दें।
Not surprised to receive a letter from the Anti-Corruption Bureau. Concerted efforts are being made to browbeat mainstream leaders & thwart potential efforts for a collective response. I am too small an entity vis a vis the cause that unites us today. Such tactics won’t work pic.twitter.com/RUUbRRpK2v
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) August 4, 2019
Anti Corruption Bureau, Kashmir, Srinagar writes to Mehbooba Mufti. It states 'it has surfaced that some appointments were made by Chairman J&K Bank on recommendation of few Ministers. It may be clarified whether such references had your endorsement, for appointments in J&K Bank' pic.twitter.com/lnDW9EFEXp
— ANI (@ANI) August 4, 2019
इससे पहले जम्मू कश्मीर के मौजूदा हालात पर पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने सवाल खड़े किए। रविवार को एक ट्वीट में उन्होंने कहा, 'यात्रियों, टूरिस्टों, मजदूरों, छात्रों और क्रिकेटरों को बाहर निकाल दिया गया है। जानबूझकर पैनिक और डर का माहौल बनाया जा रहा है लेकिन कश्मीरियों को सुरक्षा और राहत देने की जहमत नहीं उठा रहे। कहां गई इंसानियत, कश्मीरियत और जम्हूरियत?'
एक और ट्वीट में उन्होंने लिखा, 'मैं सचिवालय के बाहर हूं और अभी भी यहां तिरंगे का साथ राज्य का झंडा लहरा रहा है। अफवाहों पर ध्यान ना दें!'
पूंछ में रैपिड एक्शन फोर्स तैनात
रविवार को भी जम्मू-कश्मीर में अनिश्चितता का दौर जारी है। गृहमंत्री अमित शाह ने उच्चस्तरीय बैठक बुलाई। दूसरी तरफ पूंछ जिले में रैपिड एक्शन फोर्स की तैनाती कर दी गई है।
जल्द से जल्द कश्मीर छोड़ने की सलाह
राज्य प्रशासन ने तीर्थयात्रियों और पर्यटकों से अपनी यात्रा बीच में रोकने और जल्द से जल्द कश्मीर घाटी छोड़ने के लिए कहा है। अधिकारियों के मुताबाकि, शनिवार को भारतीया वायु सेना के विमान ने दिन में श्रीनगर से दो फेरे लगाकर 326 पर्यटकों को घाटी से बाहर पहुंचाया। जब निर्देश जारी किया गया था तब घाटी में 11 हजार 301 पर्यटक मौजूद थे। वहीं, अब शनिवार को उनमें से 1,652 रह गए हैं।