AMU में बिना इजाजत तिरंगा यात्रा निकालने वाले छात्र नेता को नोटिस, विवाद बढ़ने पर प्रशासन की सफाई
By भाषा | Published: January 24, 2019 03:45 PM2019-01-24T15:45:21+5:302019-01-24T15:45:21+5:30
अजय को जारी नोटिस में एएमयू के प्रॉक्टर प्रोफेसर मोहसिन खान ने कहा है कि जुलूस उस वक्त निकाला गया जब कक्षाओं में विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे थे। इसके अलावा यात्रा में बड़ी संख्या में बाहरी और असामाजिक तत्व भी शामिल थे।
अलीगढ़ (उ.प्र.), 24 जनवरीः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) प्रशासन ने पिछले दिनों इजाजत लिये बगैर एएमयू परिसर में कथित तिरंगा यात्रा निकालने पर भाजपा के युवा संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े एक छात्र नेता को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
एएमयू के विधि संकाय के परास्नातक के छात्र अजय सिंह को नोटिस जारी करके पूछा गया है कि आखिर उसने किसकी इजाजत से परिसर में बड़ी संख्या में मोटरसाइकिल सवार युवकों को लाकर तिरंगे के नाम पर यात्रा निकाली और विश्वविद्यालय के माहौल को खराब करने की कोशिश की।
एएमयू के एक प्रवक्ता ने बताया कि अजय के दादा भाजपा के विधायक रह चुके हैं। उसने गत 22 जनवरी को एथलेटिक्स मैदान से यूनीवर्सिटी गेट तक यात्रा निकाली थी। इस यात्रा में बड़ी संख्या में मोटरसाइकिल सवार नौजवान शामिल थे। अजय का कहना है कि गणतंत्र दिवस के जश्न के तहत उसने ‘तिरंगा यात्रा‘ निकाली थी।
AMU Proctor: We didn’t issue a notice regarding a ‘Tiranga Yatra.’ We issued a notice to students,as classes were in full swing&rallies would've caused disturbance. They asked permission for rally&we denied. We issued show cause notice when they took out rally without permission. pic.twitter.com/VlQah73hj6
— ANI (@ANI) January 24, 2019
प्रवक्ता ने कहा कि एएमयू में गणतंत्र दिवस का जश्न एक सप्ताह तक मनाया जाता है लेकिन अजय का मोटरसाइकिल जुलूस राजनीति से प्रेरित है और यह तिरंगा यात्रा की आड़ में विश्वविद्यालय के छात्रों के ध्रुवीकरण की कोशिश थी। उन्होंने कहा कि एएमयू प्रशासन ने परिसर में शांति बनाये रखने के लिये किसी भी तरह का जुलूस निकालने से पहले इसकी इजाजत लेना अनिवार्य कर दिया है।
अजय को जारी नोटिस में एएमयू के प्रॉक्टर प्रोफेसर मोहसिन खान ने कहा है कि जुलूस उस वक्त निकाला गया जब कक्षाओं में विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे थे। इसके अलावा यात्रा में बड़ी संख्या में बाहरी और असामाजिक तत्व भी शामिल थे।