CAA: लखनऊ में शाह ने कहा- राहुल, ममता, अखिलेश, मायावती, केजरीवाल इस बिल के खिलाफ कांव-कांव कर रहे हैं
By रामदीप मिश्रा | Published: January 21, 2020 02:07 PM2020-01-21T14:07:22+5:302020-01-21T14:15:06+5:30
अमित शाह ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा,'नरेन्द्र मोदी जी CAA लेकर आए हैं। कांग्रेस, ममता बनर्जी, अखिलेश, मायावती, केजरीवाल सभी इस बिल के खिलाफ भ्रम फैला रहे हैं। इस बिल को लोकसभा में मैंने पेश किया है।'
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह मंगलवार (21 जनवरी) को लखनऊं पहुंचे, जहां उन्होंने 'जन जागरण अभियान' के तहत एक जनसभा को संबोधित किया है। इस दौरान उन्होंने विपक्षियों को निशाने पर लिया। शाह ने कहा कि सीएए पर विरोधी पार्टियां दुष्प्रचार करके और भ्रम फैला रही हैं इसीलिए बीजेपी जन जागरण अभियान चला रही है, जो देश को तोड़ने वालों के खिलाफ जन जागृति का अभियान है।
शाह ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा,'नरेन्द्र मोदी जी CAA लेकर आए हैं। कांग्रेस, ममता बनर्जी, अखिलेश, मायावती, केजरीवाल सभी इस बिल के खिलाफ कांव-कांव कर रहे हैं। इस बिल को लोकसभा में मैंने पेश किया है। मैं विपक्षियों से कहना चाहता हूं कि आप इस बिल पर सार्वजनिक रूप से चर्चा कर लो। ये अगर किसी भी व्यक्ति की नागरिकता ले सकता है, तो उसे साबित करके दिखाओ।'
उन्होने कहा कि देश में सीएए के खिलाफ भ्रम फैलाया जा रहा है, दंगे कराए जा रहे हैं। सीएए में कहीं पर भी किसी की नागरिकता लेने का कोई प्रावधान नहीं है, इसमें नागरिकता देने का प्रावधान है। पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश में रहने वाले अल्पसंख्यकों पर वहां अत्याचार हुए, वहां उनके धार्मिक स्थल तोड़े जाते हैं। वो लोग वहां से भारत आए हैं। ऐसे शरणार्थियों को नागरिकता देने का ये बिल है।
#WATCH Union Home Minister Amit Shah in Lucknow: Modi ji #CAA lekar aaye, aur CAA ke khilaf, yeh Rahul baba and company, Mamata, Akhilesh ji, behen Mayawati, saari ki saari brigade CAA ke khilaf 'kau kau kau' karne lage. pic.twitter.com/xMys1yiu3J
— ANI UP (@ANINewsUP) January 21, 2020
उन्होंने कहा, मैं वोट बैंक के लोभी नेताओं को कहना चाहता हूं, आप इनके कैंप में जाइए, कलतक जो सौ-सौ हेक्टेयर के मालिक थे वे आज एक छोटी सी झोपड़ी में परिवार के साथ भीख मांगकर गुजारा कर रहे। कांग्रेस के पाप के कारण धर्म के आधार पर भारत के दो टुकड़े हुए। पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की संख्या कम होती रही। आखिर कहां गए ये लोग? कुछ लोग मार दिए गए, कुछ का जबरन धर्म परिवर्तन किया गया। तब से शरणार्थियों के आने का सिलसिला चल रहा है। नरेन्द्र मोदी जी ने वर्षों से प्रताड़ित लोगों को उनके जीवन का नया अध्याय शुरू करने का मौका दिया है।'
अमित शाह ने कहा, 'मैं आज डंके की चोट पर कहने आया हूं कि जिसको विरोध करना है करे, CAA वापस नहीं होने वाला है। महात्मा गांधी जी ने 1947 में कहा था कि पाकिस्तान में रहने वाले हिंदू, सिख भारत आ सकते हैं। उन्हें नागरिकता देना, गौरव देना, भारत सरकार का कर्तव्य होना चाहिए। नेहरू जी ने कहा था कि केंद्रीय राहत कोष का उपयोग शरणार्थियों को राहत देने के लिए करना चाहिए। इनको नागरिकता देने के लिए जो करना चाहिए वो करना चाहिए, लेकिन कांग्रेस ने कुछ नहीं किया।'