महाराष्ट्र की राजनीति पर अमित शाह का पहला बयान, कहा-शिवसेना की शर्तें मंजूर नहीं
By स्वाति सिंह | Published: November 13, 2019 07:01 PM2019-11-13T19:01:11+5:302019-11-13T19:20:48+5:30
इंटरव्यू देते हुए शाह ने कहा इससे समय पहले किसी भी राज्य में नहीं दिया गया था। शाह ने कहा हम सरकार नहीं बना सकते हमारे पास नंबर नहीं है।
महाराष्ट्र में चल रहे सियासी घमासान के बीच पहला बयान गृहमंत्री अमित शाह ने बयान दियाहै। उन्होंने कहा कि 18 दिन का समय कम नहीं है। समाचार एजेंसी एएनआई को इंटरव्यू देते हुए शाह ने कहा इससे समय पहले किसी भी राज्य में नहीं दिया गया था।
उन्होंने कहा 'राज्यपाल ने विधानसभा कार्यकाल समाप्त होने के बाद ही पार्टियों को आमंत्रित किया। सरकार बनाने को लेकर ना तो हमने दावा किया, ना शिवसेना और ना ही कांग्रेस और एनसीपी ने। अगर आज भी किसी पार्टी के पास संख्या है तो वह राज्यपाल से संपर्क कर सकती है। हमें शिवसेना की शर्तें मंजूर नहीं हैं।
इसके साथ ही शाह ने कहा कि राज्यपाल ने कदम को उचित बताया है। उन्होंने कहा राष्ट्रपति शासन से सिर्फ बीजेपी का नुकसान हुआ है। शिवसेना की शर्तें हमें मंजूर नहीं थीं। ये पहले से था कि बीजेपी-शिवसेना गठबंधन की सरकार आती है तो देवेंद्र फडनवीस ही सीएम होंगे।'BJP President Amit Shah to ANI on collapse of alliance with Shiv Sena: Before elections PM&I said many times in public that if our alliance wins then Devendra Fadnavis will be the CM, no one objected back then. Now they have come up with new demands which are not acceptable to us pic.twitter.com/4toj07oHVo
— ANI (@ANI) November 13, 2019
राष्ट्रपति शासन मंगलवार शाम में लागू हुआ जब राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने केंद्र को एक रिपोर्ट भेजकर कहा कि उनके तमाम प्रयासों के बावजूद वर्तमान स्थिति में एक स्थिर सरकार का गठन असंभव है। महाराष्ट्र विधानसभा के पिछले महीने हुए चुनाव में भाजपा 105 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी थी। शिवसेना ने 56 सीटें, राकांपा ने 54 सीटें और कांग्रेस ने 44 सीटें जीती थीं। चुनाव परिणाम 24 अक्टूबर को घोषित हुए थे।