राहुल गांधी ने कश्मीर के हालात पर उठाए हैं सवाल, तो सुनें- जवाहरलाल नेहरू हैं इसके कारणः अमित शाह
By रामदीप मिश्रा | Published: February 24, 2019 03:01 PM2019-02-24T15:01:50+5:302019-02-24T15:03:54+5:30
अमित शाह जम्मू एवं कश्मीर को लेकर कहा कि यह भाजपा का संकल्प है कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और कोई भी इसे हमसे नहीं ले सकता है। इसके आगे उन्होंने कहा, 'जहां हुए बालिदन मुखर्जी (भारतीय जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी), वो कश्मीर हमारा है।'
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह रविवार (24 फरवरी) को जम्मू-कश्मीर के दौरे पर हैं। वह पुलवामा में हुए आतंकी हमले के ठीक 10वें दिन राज्य के दौरे पर आए हैं। इस दौरान उन्होंने जम्मू में विजय संकल्प सम्मेलन को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने न केवल अपने विरोधियों पर हमला किया बल्कि जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी का नाम जोड़कर एक नया नारा दिया ।
अमित शाह जम्मू एवं कश्मीर को लेकर कहा कि यह भाजपा का संकल्प है कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और कोई भी इसे हमसे नहीं ले सकता है। इसके आगे उन्होंने कहा, 'जहां हुए बालिदन मुखर्जी (भारतीय जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी), वो कश्मीर हमारा है।'
उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि राहुल गांधी ने कश्मीर के हालात पर सवाल उठाए हैं। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि अगर आज कश्मीर के बारे में सवाल उठ रहे हैं, तो यह आपके परनाना जवाहरलाल नेहरू के कारण है। जब हमारी सेना पीओके को जीतने जा रही थी, तो उन्हें रोकने वाले कौन थे? वह जवाहरलाल नेहरू थे।
शाह ने कहा कि कांग्रेस, NC और PDP ये परिवारवादी पार्टियां है। इन्होंने जम्मू कश्मीर के विकास की बजाय अपने विकास के लिए काम किया है। सोनिया-मनमोहन की सरकार के समय 13वें वित्त आयोग के अंतर्गत मात्र 98 हजार करोड़ रुपये दिए गए थे। लेकिन, मोदी सरकार ने 14वें वित्त आयोग के अंतर्गत 1 लाख 98 हजार करोड़ रुपये की धनराशि जम्मू कश्मीर के विकास के लिए दिए।
आगे उन्होंने कहा कि जिस गठबधंन का कोई नेता नहीं है, कोई नीति नहीं है, वो देश का भला नहीं कर सकते हैं। ये गठबंधन नहीं बल्कि मिलावट करने वालों की टोली है, परिवारवाद को बढ़ावा देने वालों की टोली है।
अमित शाह ने आतंकवाद का जिक्र करते हुए कहा कि बीजेपी सरकार आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर चल रही है। इसमें आतंकियों के प्रति कोई रियायत नहीं बरती जाएगी। 2014 में जबसे मोदी जी देश के प्रधानमंत्री बने। तबसे अबतक जम्मू कश्मीर की स्थिति में आमूल चूल परिवर्तन लाने का काम हमारी सरकार ने किया है।