तेलंगाना सरकार में मंत्री केटीआर की मांग, प्रतियोगी परीक्षाओं में क्षेत्रीय भाषाओं के इस्तेमाल की मिले अनुमति
By दीप्ती कुमारी | Published: July 19, 2021 09:48 AM2021-07-19T09:48:23+5:302021-07-19T09:53:01+5:30
तेलंगाना के मंत्री केटी रामा राव ने केंद्र से मांग की है कि उम्मीदवारों को प्रतियोगिता परीक्षाओं में क्षेत्रीय भाषा में भी लिखने की अनुमति हो । केवल अंग्रेजी और हिंदी में परीक्षा होने के कारण क्षेत्रीय भाषा जाने वाले उम्मीदवारों का नुकसान हो रहा है ।
हैदराबाद : तेलंगाना सरकार में मंत्री केटी रामा राव (केटीआर) ने रविवार को केंद्र से प्रतियोगी परीक्षाओं में उम्मीदवारों को क्षेत्रीय भाषाओं में लिखने की अनुमति देने का आग्रह किया है ।
केटीआर ने केंद्रीय मंत्री को लिखा पत्र
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह को लिखे पत्र में तेलंगाना मंत्री ने कहा कि हर साल विभिन्न राज्यों के कई उम्मीदवार संघ लोक सेवा आयोग और अन्य एजेंसी परीक्षाओं के माध्यम से केंद्रीय सेवाओं, विभाग एवं उपक्रम में भर्ती के लिए प्रतियोगी परीक्षा में शामिल होते हैं । हालांकि यह प्रतियोगी परीक्षाएं केवल अंग्रेजी और हिंदी में आयोजित की जाती है, जो उन छात्रों के लिए बड़ा नुकसान है जो ना अंग्रेजी जानते हैं और ना ही हिंदी।
सिरिसिला विधायक ने कहा उम्मीदवारों को अपनी-अपनी भाषाओं में प्रतियोगी परीक्षा लिखने की अनुमति देने से सभी राज्यों के उम्मीदवारों को समान और निष्पक्ष अवसर मिलेगा ।
सामान्य पात्रता परीक्षा को उचित ढंग से लागू नहीं किया गया
केटीआर ने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने एक राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी स्थापित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी जिसने केंद्र सरकार में भर्ती के लिए कई परीक्षाओं को बदलने के लिए एक सामान्य पात्रता परीक्षा की सुविधा देने का निर्णय लिया था जिसके तहत इन परीक्षाओं को 12 भारतीय भाषाओं में आयोजित किया जाना था। मैंने लिखा कि उन्होंने इस कदम का दिल से स्वागत किया यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण था किन परिवर्तनों को ठीक से लागू नहीं किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि उदाहरण के लिए असम राइफल्स परीक्षा 2021 में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों, एनआईए, एसएसएफ और राइफलमैन में हाल ही में नौकरी अधिसूचना जारी की गई थी लेकिन उम्मीदवारों को केवल हिंदी या अंग्रेजी में परीक्षा लिखने की अनुमति है । अगर रोजगार अधिसूचिनाओं में यही स्थिति रहती है तो क्षेत्रीय भाषाओं से संबंधित उम्मीदवारों के लिए यह बड़ा नुकसान है, जिसकी वजह से वह अच्छे अवसर खो सकते हैं।
यूपीएससी से लेकर एसएससी से किया आग्रह
उन्होंने जितेंद्र सिंह को इस मुद्दे पर गौर करने और यूपीएससी आर आर बी पी एस बी आर बी आई एस एस सी आदि के माध्यम से आयोजित केंद्र उसके विभागों और उपक्रमों की सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने वाले उम्मीदवारों को क्षेत्रीय भाषाओं में भी लिखने की अनुमति देने का आग्रह किया । इससे पहले तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर केंद्र की सभी प्रतियोगी परीक्षा में बैठने वाले उम्मीदवारों को क्षेत्रीय भाषाओं में लिखने की अनुमति देने का अनुरोध किया था ।