नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ के हालात हैं। यमुना का जलस्तर अब भी खतरे के निशान यानी कि 205.33 से ऊपर है। लोग अपना घर छोड़कर जाने के लिए मजबूर हैं। इन सबके बीच भी राजनीतिक दलों द्वारा एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने का सिलसिला जारी है।
दिल्ली की सत्तारुढ़ आम आदमी पार्टी ने बाढ़ के हालात और दिल्लीवासियों की बढ़ी मुसीबत के लिए बीजेपी को जिम्मेदार बताया है। आप का आरोप है है कि हरियाणा के हथिनिकुंड बैराज से जानबूझकर सिर्फ दिल्ली की तरफ आने वाली कैनाल का पानी छोड़ा गया।
आम आदमी पार्टी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर के कहा, "दिल्ली की बाढ़ भाजपा निर्मित है। वीडियो से पता चलता है कि 9 और 13 जुलाई के बीच हथिनी कुंड से पूरा पानी दिल्ली की ओर मोड़ दिया गया था। इसकी अनुमति क्यों दी गई? प्रश्न अवश्य पूछे जाने चाहिए। जब 5 राज्य बाढ़ से जूझ रहे हैं तो पीएम मोदी हमारे दौरे पर व्यस्त हैं।"
आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री से पूछ लीजिए कि 9 तारीख़ को हथिनिकुंड बैराज के पश्चिमि-पूर्वी नहर में कितना पानी छोड़ा गया? संजय सिंह ने दावा किया कि 20,000 लोगों को राहत शिविरों में लाया गया है उनके खाने-पीने का प्रबंध किया।
आप की प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा, "हरियाणा के मुख्यमंत्री बता रहे हैं की हरियाणा वाली बारिश प्राकृतिक आपदा है। बता रहे हैं कि उनको हरियाणा से पानी छोड़ना ही पड़ेगा। मान ली आपकी बार सर। प्लीज 10 से 14 जुलाई तक का डाटा सार्वजनिक कीजिए और बताइए कि आपने हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से वेस्टर्न यमुना कनाल के रास्ते दिल्ली की तरफ कितना पानी छोड़ा और ईस्टर्न यमुना कनाल से उत्तर प्रदेश की तरफ कितना पानी छोड़ा। तभी पता चल पाएगा कि दिल्ली में प्राकृतिक आपदा आई थी या भाजपा द्वारा बुलाई गई थी।"
बता दें कि इससे पहले हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा था, "बाढ़ एक प्राकृतिक आपदा है और इस पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए। हम बैराज में पानी को नियंत्रित नहीं कर सकते। सीमा पार होने पर बैराज से पानी अपने आप छोड़ दिया जा जाता है। यमुना में 1 लाख क्यूसेक पानी था, जो अगले दिन अचानक बढ़कर 3.70 लाख क्यूसेक हो गया। जहां तक पानी छोड़ने की बात है, हमने अरविंद केजरीवाल से कहा है कि हम बैराज में सीमित मात्रा में ही पानी को नियंत्रित कर सकते हैं।"