बिहार में बर्ड फ्लू के खतरनाक वायरस एवियन इन्फ्लूएंजा ने दी दस्तक, सुपौल जिले में मचा हड़कंप
By एस पी सिन्हा | Published: April 15, 2022 06:51 PM2022-04-15T18:51:24+5:302022-04-15T18:51:42+5:30
प्राप्त जानकारी के अनुसार लिए गए सैंपल में मुर्गियों और कौओं में वायरस पाया गया है। जिला प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में स्थित पोल्ट्री फार्मो में मुर्गियों को मारने का निर्देश जारी कर दिया है।
पटना:बिहार में बर्ड फ्लू के खतरनाक वायरस एवियन इन्फ्लुएंजा (एच5एन1) ने दस्तक दे दी है। सुपौल जिले के छपकाही गांव में पक्षियों के सैंपल जांच में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। जिसके बाद एहतियात के तौर पर गांव में पशुपालन विभाग के कर्मियों की तैनाती कर दी गई है। वहीं आसपास के इलाकों में मुर्गियों को मारने का काम शुरू कर दिया गया है। ऐसे में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद इलाके के लोगों में हडकंप मच गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार लिए गए सैंपल में मुर्गियों और कौओं में वायरस पाया गया है। जिला प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में स्थित पोल्ट्री फार्मो में मुर्गियों को मारने का निर्देश जारी कर दिया है। प्रभावित क्षेत्रों की फार्मों में मुर्गियों को मारने का निर्देश दिया गया। अधिकारियों ने लोगों से क्षेत्र में चिकन के सेवन से परहेज करने की भी अपील की है।
पशुपालन विभाग टीम ने गांव से एक किलोमीटर की परिधि में मुर्गे मुर्गियों को नष्ट करने का काम शुरू कर दिया है, जबकि 9 किमी परिधि के क्षेत्र की जांच भी शुरू कर दी गई है। पशुपालन विभाग के निदेशक के आदेश के बाद गुरुवार को जिलाधिकारी कौशल कुमार और एसपी डी अमर्केश के संयुक्त आदेश के बाद रीपेड रेसपांस टीम का गठन कर पक्षियों को मारने का काम शुरू कर दिया गया है।
मुर्गियों की किलिंग के लिए पशुपालन विभाग ने 4 टीमों का गठन किया है, जो संक्रमित पक्षियों के साथ-साथ उनके साथ रखे गए पक्षियों को मारेगी। ग्रामीणों की मानें तो उन्होंने उस समय पर स्थानीय पशु चिकित्सकों से संपर्क किया और कुछ पक्षियों को दवाएं और इंजेक्शन भी दी, लेकिन वे बीमारी से उबर नहीं पाए।
एक के बाद एक कई मौतें हुईं। दरअसल, सुपौल के सदर थाना क्षेत्र स्थित छपकाही गांव में करीब दो हफ्ते पहले दर्जनों पक्षियों की तडप-तडपकर मौत हो गई थी। इस घटना के बाद से क्षेत्र में हड़कंप मच गया था। स्थानीय लोगों ने पहली नजर में ही बर्ड फ्लू की आशंका जताई थी।