लखनऊ, 14 जनवरी समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को घेरते हुए बृहस्पतिवार को इस मामले में राजभवन की ‘खामोशी’ पर सवाल उठाए।
अखिलेश ने यहां एक बयान में आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश के लोगों के जानमाल की सुरक्षा भगवान भरोसे है। अपराधियों के खौफ के चलते प्रदेश में डर का माहौल है। मुख्यमंत्री का कानून व्यवस्था पर कोई नियंत्रण नहीं रह गया है। वह सिर्फ सख्त बयानबाजी और जांच की थोथी घोषणाओं के बावजूद कुर्सी की प्रतिष्ठा बचाने में असफल हैं। फिर भी राज भवन मूक दृष्टा की भूमिका में क्यों है?"
उन्होंने आरोप लगाया "प्रदेश भर में भाजपा सरकार और उसके नेतृत्व द्वारा संरक्षित अपराधी अराजकता मचाए हैं। त्रस्त जनता अपना धैर्य खो चुकी है। राज्य की पीड़ित जनता को राजभवन की संवैधानिक उत्तरदायित्व निर्वहन की जिम्मेदारी का इंतजार है।"
अखिलेश ने प्रतापगढ़, मऊ, गोंडा, लखनऊ, गाजियाबाद, सीतापुर, अमेठी तथा नोएडा में महिलाओं के प्रति घटित आपराधिक घटनाओं तथा कुछ अन्य वारदात का जिक्र किया और कहा कि भाजपा के जंगलराज में महिलाएं एवं बच्चियां सर्वाधिक अपमानित हुई हैं। प्रधानमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में भाजपा के पूर्व विधायक द्वारा छात्रा से छेड़खानी का वीडियो विचलित करने वाला है।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जब राज्य भर में कानून व्यवस्था चौपट है तो उसमें सामान्यजन का जीवन हर क्षण संकट में ही रहता है।
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