Air Quality Index: दिवाली से ठीक पहले बेहद खराब हुई दिल्ली-एनसीआर की आबोहवा
By रुस्तम राणा | Updated: November 1, 2021 09:05 IST2021-11-01T08:45:07+5:302021-11-01T09:05:54+5:30
भारतीय मौसम विभाग ने नवंबर के शुरूआती दिनों में दिल्ली की एयर क्वालिटी के बेहद खराब रहने की सभावना जताई है। मौसम विभाग ने कहा दिल्ली की एयर क्वलिटी 4 नवंबर तक बेहद खराब रह सकती है। इसके बाद 5 और 6 नवंबर को और भी ज्यादा खराब हो सकती है।

एयर क्वलिटी इंडेक्स
दिवाली का त्योहार आने से पहले ही दिल्ली-एनसीआर की आबोहवा बेहद खराब हो गई है। वायु गुणवत्ता सूची (Air Quality Index) दिल्ली का 302वां स्थान है, जिसे बहुत खराब सूची में रखा गया है। हालांकि एयर क्वालिटी एंड वेदर फॉरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) ने संभावना जताई है कि वायु की गुणवत्ता में दक्षिण-पश्चिमी हवाओं या फिर पछुआ हवाओं के परिवर्तन से पराली जलावन से उठने वाले कार्बन में कमी आएगी जिससे वायु की गुणवत्ता सुधरेगी। शोध के अनुसार, पीएम 2.5 में तकरीबन 8 फीसदी कार्बन उत्सर्जन धान की फसलों के अवशेष को जलाने से होता है।
नवंबर के शुरआती दिनों में खराब रहेगी दिल्ली की हवा
वहीं भारतीय मौसम विभाग ने नवंबर के शुरूआती दिनों में दिल्ली की एयर क्वालिटी के बेहद खराब रहने की सभावना जताई है। मौसम विभाग ने कहा दिल्ली की एयर क्वलिटी 4 नवंबर तक बेहद खराब रह सकती है। इसके बाद 5 और 6 नवंबर को और भी ज्यादा खराब हो सकती है। आबोहवा में पीएम 2.5 की मात्रा प्रबल होगी। एयर क्वालिटी इंडेक्स के अनुसार, 0-5 को अच्छा, 51-100 को संतोषजनक, 101-200 को मध्यम, 201-300 खराब, 3001-400 को बेहद खराब और 4001-500 को गंभीर की श्रेणी में रखा गया है।
खेतों में पराली जलाने से बढ़ता है प्रदूषण
गौरतलब है कि गेहूं की बुबाई के लिए खेतों में पराली जलाई जाती है। पंजाब और हरियाणा में पराली जलने शुरू हो गई है। पराली जलने से खुली हवा में सांस लेना कठिन हो जाता है। इसमें सांस संबंधी रोगियों को अधिक परेशानी होती है। पराली जलावन ऐसे ही अगर चलता रहा तो प्रदूषण रिकॉर्ड तोड़ सकता है। ऐसे में सांस के मरीजों को अधिक समस्या का सामना करना पड़ेगा। प्रदूषण से लोगों को आंखों में जलन की भी शिकायत रहती है।