karnataka: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष तय करेंगे नए मुख्यमंत्री का नाम, कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से पास हुआ प्रस्ताव
By रुस्तम राणा | Published: May 14, 2023 09:33 PM2023-05-14T21:33:12+5:302023-05-14T22:13:34+5:30
कांग्रेस विधायक दल की बैठक में जो प्रस्ताव पास हुआ है उसके मुताबिक कांग्रेस विधायक दल के नेता के चयन को एआईसीसी अध्यक्ष के निर्णय पर छोड़ने का फैसला किया है।
बेंगलुरु: कर्नाटक में कांग्रेस का मुख्यमंत्री कौन होगा, अब इसका फैसला कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे करेंगे। रविवार शाम को संपन्न हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पारित हुआ है। प्रस्ताव के मुताबिक कांग्रेस विधायक दल के नेता के चयन को ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के निर्णय पर छोड़ने का फैसला किया है।
इससे पहले, कांग्रेस के केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने कांग्रेस महासचिव (संगठन) के.सी. वेणुगोपाल के साथ निवर्तमान विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धरमैया और कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार के साथ बैठक की।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कर्नाटक में कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) का नेता चुनने के लिए वरिष्ठ नेता सुशील कुमार शिंदे, जितेंद्र सिंह और दीपक बाबरिया को पर्यवेक्षक नियुक्त किया था।
कर्नाटक के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, सिद्धारमैया ने सीएलपी पार्टी के एक नए नेता की नियुक्ति के लिए एआईसीसी अध्यक्ष को अधिकृत करते हुए सिंगल-लाइन प्रस्ताव पेश किया और 135 कांग्रेस विधायकों ने सर्वसम्मति से उनके प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। डीके शिवकुमार ने भी इसका समर्थन किया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने खड़गे को प्रस्तावों के बारे में सूचित किया और खड़गे ने फिर केसी वेणुगोपाल को निर्देश दिया कि 3 वरिष्ठ पर्यवेक्षकों को प्रत्येक विधायिका की व्यक्तिगत राय लेनी चाहिए और उन्हें आलाकमान तक पहुंचाना चाहिए।
Resolution copy of Congress CLP meeting
— ANI (@ANI) May 14, 2023
Congress Legislature Party has unanimously decided to leave the selection of Congress Legislature Party leader to the decision of the AICC President
#KarnatakaElectionResults2023pic.twitter.com/74tpAcTrsn
राज्य में 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस ने शानदार जीत हासिल करते हुए 135 सीट जीतीं, जबकि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा नीत जनता दल (सेक्युलर) ने क्रमश: 66 और 19 सीट जीतीं।