उत्तर प्रदेश के आगरा में ताजमहल परिसर में विजयादशमी के मौके पर एक अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई। दरअसल, परिसर में दो लोगों ने भगवा झंडा फहराया और शिव चालीसा का पाठ किया। मिली जानकारी के अनुसार दोनों एक हिंदूवादी संगठन से जुड़े हैं। इस घटना के बाद ताजमहल में सुरक्षा व्यवस्था के प्रबंधन पर सवाल खड़े हो गए हैं।
डेक्कन हेराल्ड की एक रिपोर्ट के अनुसार दोनों कार्यकर्ताओं मे एक हिंदू जागरण मंच से जुड़ा है। इस शख्स की पहचान गौरव ठाकुर के तौर पर हुई है। ठाकुर ने खुद का एक वीडियो भी पोस्ट किया है जिसमें वह बैठकर शिव चालीसा पढ़ता नजर आता है जबकि उसके पीछे खड़ा शख्स भगवा झंडा लहराता है।
ठाकुर ने बताया कि वह ताज महल को शिव मंदिर मानता है जिसे मुगल बादशाह शाहजहां ने गिरा दिया और इसे एक मस्जिद में बदल दिया। उसने दावा किया, 'हमारे लिए ताज एक प्राचीन शिव मंदिर है। हमने पहले भी परिसर में पूजा की है।'
रिपोर्ट्स के अनुसार ताज की सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाली CISF ने दोनों कार्यकर्ताओं को उस समय पकड़ लिया जब वे भगवा झंडा लहरा रहे थे। हालांकि, बाद में उन्हें छोड़ दिया गया।
पिछले साल भी एक ऐसी ही घटना सामने आई थी जब एक हिंदूवादी नेता ने ताज महल परिसर के अंदर 'जलाभिषेक' करने की कोशिश की थी। सुरक्षाबलों ने तब उसे पकड़ कर बाहर निकाल दिया था। ऐसे में बार-बार हो रही इस तरह की घटनाओं ने ताज की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए।