Agneepath Scheme Protest: 'अग्निपथ स्कीम' को लेकर आज जहां देश भर में विरोध प्रदर्शन चल रहे है, वहीं इसको लेकर विपक्ष ने भी केन्द्र सरकार को घेरा है। इस स्कीम को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती ने केन्द्र सरकार पर निशाना साधा है। इस पर बोलते हुए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि यह स्कीम देश और देश के युवाओं के भविष्य के लिए घातक साबित होगी। वहीं मायावती केन्द्र सरकार पर आरोप लगाते हुए इस स्कीम पर फिर से विचार करने की बात कही है।
आपको बता दें कि आज देश के कई राज्यों में 'अग्निपथ स्कीम' को लेकर विरोध-प्रदर्शन हुए है जहां कई जगहों पर आगजनी और नारेबाजी देखने को मिली है। इस स्कीम को लेकर बिहार के जिलों में भारी विरोध देखने को मिला है। उम्मीदवारों ने चक्का जाम कर एनएच को भी ब्लॉक किया है।
'अग्निपथ स्कीम' पर अखिलेश यादव ने क्या कहा
'अग्निपथ स्कीम' पर बोलते हुए अखिलेश यादव ने केन्द्र सरकार को घेरा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘ देश की सुरक्षा कोई अल्पकालिक या अनौपचारिक विषय नहीं है, ये अति गंभीर व दीर्घकालिक नीति की अपेक्षा करती है। सैन्य भर्ती को लेकर जो ख़ानापूर्ति करने वाला लापरवाही भरा रवैया अपनाया जा रहा है, वह देश और देश के युवाओं के भविष्य की रक्षा के लिए घातक साबित होगा। ‘अग्निपथ’ से पथ पर अग्नि न हो।’’
गौरतलब है कि केंद्र की इस नई योजना के तहत थलसेना, नौसेना और वायुसेना में इस साल करीब 46,000 सैनिक भर्ती किए जाएंगे। चयन के लिए पात्रता आयु साढ़े 17 वर्ष से 21 वर्ष के बीच होगी और इन्हें ‘अग्निवीर’ नाम दिया जाएगा।
'अग्निपथ स्कीम' पर बसपा सुप्रीमो ने क्या कहा
इस पर बोलते हुए बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने गुरूवार को सिलेसिलेवार ट्वीट किए। इस में उन्होंने कहा, ‘‘सेना में काफी लम्बे समय तक भर्ती लम्बित रखने के बाद अब केन्द्र ने सेना में 4 वर्ष अल्पावधि वाली ‘अग्निवीर’ नई भर्ती योजना शुरू की है, उसको लुभावना व लाभकारी बताने के बावजूद देश का युवा वर्ग असंतुष्ट एवं आक्रोशित है। वे सेना भर्ती व्यवस्था को बदलने का खुलकर विरोध कर रहे हैं।''
मायावती ने इस पर आगे कहा, ‘‘उनका मानना है कि सेना व सरकारी नौकरी में पेंशन लाभ आदि को समाप्त करने के लिए ही सरकार सेना में जवानों की भर्ती की संख्या में कमी के साथ-साथ इसे मात्र चार साल के लिए सीमित कर रही है, जो घोर अनुचित तथा गरीब व ग्रामीण युवाओं, उनके परिवार के भविष्य के साथ खिलवाड़ है।''
बसपा नेता ने कहा, ‘‘ देश में लोग पहले ही बढ़ती गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी तथा सरकार की गलत नीतियों व अहंकारी कार्यशैली आदि से दुःखी व त्रस्त हैं, ऐसे में सेना में नई भर्ती को लेकर युवा वर्ग में फैली बेचैनी अब निराशा उत्पन्न कर रही है। सरकार तुरन्त अपने फैसले पर पुनर्विचार करे, यही बसपा की मांग है।’’