इंदौर, 16 जुलाई केंद्र द्वारा मूंग को छोड़कर अन्य सभी दालों की स्टॉक सीमा (भंडारण सीमा) तय किए जाने के विरोध में मध्य प्रदेश की 270 कृषि उपज मंडियों में शुक्रवार को कारोबारियों ने माल की खरीद-फरोख्त नहीं की।
कारोबारियों के एक प्रमुख संगठन का दावा है कि उनके इस विरोध-प्रदर्शन की वजह से राज्य में कम से कम 500 करोड़ रुपये का दैनिक कारोबार ठप रहा।
मध्य प्रदेश सकल अनाज दलहन तिलहन व्यापारी महासंघ समिति के अध्यक्ष गोपालदास अग्रवाल ने कहा, "दालों पर स्टॉक सीमा लगाए जाने के फैसले के खिलाफ राज्य की सभी 270 कृषि मंडियों के करीब 40,000 कारोबारियों ने न तो माल खरीदा, न ही बेचा।"
उन्होंने दावा किया कि माल की खरीद-फरोख्त रोके जाने से राज्य की मंडियों में कम से कम 500 करोड़ रुपये का दैनिक कारोबार ठप रहा।
अग्रवाल ने कहा कि दालों की भंडारण सीमा तय करने से छोटे व मध्यम स्तर के कारोबारियों को बड़ा नुकसान हो रहा है और सरकार का यह कदम उनके लिए "प्रताड़ना" के समान है। उन्होंने कहा कि सरकार को दालों पर स्टॉक सीमा तय करने का अपना फैसला वापस लेना चाहिए।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने महंगाई और जमाखोरी रोकने के लिए मूंग को छोड़कर अन्य सभी दालों की स्टॉक सीमा दो जुलाई को तत्काल प्रभाव से तय कर दी थी। यह सीमा थोक व खुदरा विक्रेताओं, आयातकों और मिल मालिकों के लिए 31 अक्टूबर तक लागू की गई है।
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