बागपत, 27 मई: उत्तर प्रदेश के बागपत से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे (ईपीई) का उद्घाटन करने के बाद जनता को संबोधित किया। इस मौके पर पीएम ने कहा 'एक्सप्रेव की वजह से दिल्ली को 30 फीसदी तक प्रदूषण से मुक्ति मिल जाएगी। ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे-को सिर्फ 500 दिन में बनाया गया।
पीएम मोदी के भाषण की प्रमुख बातें-
- पीएम मोदी ने अपने भाषण में विपक्ष पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा 'एक परिवार की पूजा करने वाले कभी लोकतंत्र की पूजा नहीं कर सकते। ये लोग सुर्ज्रिकल स्ट्राइक करने वाली देश की सेना के साहस को भी नकारते हैं। जब इंटरनेशनल एजेंसी, हिंदुस्तान की तारीफ़ करती हैं तो ये उनके पीछे भी डंडा लेकर दौड़ पड़ते हैं।
- पीएम मोदी ने किसानों का मुद्दा उठाते हुए कहा 'गन्ना किसानों को चीनी मिलों से बकाया मिलने में देरी ना हो इसके लिए एक फैसला अभी हाल ही में लिया गया है। जिसमे सरकार ने यह तय किया है कि अब प्रति क्विंटल गन्ने पर 5 रुपए 50 पैसे की आर्थिक मदद चीनी मिलों को दी जाएगी।'
- पीएम मोदी ने आगे कहा 'हम महिलाओं के सम्मान और सशक्तिकरण के लिए भी काम कर रहे हैं। फिर उन्होंने स्वच्छ भारत अभियान के बारे में बताते हुए कहा कि 'इसके तहत देश में 7.5 करोड़ शौचालय बनाए गए हैं। वहीं उज्जवला योजना के तहत दिए गए ग्रामीण इलाकों में 4 करोड़ गैस कनेक्शन दिए गए हैं। इसके कारण यहां के महिलाओं का जीवन आसान हुआ है।
- उन्होंने योगी सरकार की तारीफ़ करते हुए कहा कि उनके राज में अपराधियों ने खुद से हथियार डाल दिए हैं।
- पीएम मोदी में अपने भाषण में मेक इन इंडिया के बारे में बताते हुए कहा 'इसके तहत देश में मैन्युफेक्चरिंग को बढ़ावा मिल रहा है। जिसके परिणाम स्वरुप चार वर्ष पहले तक अपने देश में केवल 2 मोबाइल फोन बनाने वाली फैक्ट्रियां थीं, और आज लगभग 120 फैक्ट्रियां हैं। इनमें से कई तो एनसीआर में ही हैं जिनसे अनेक युवाओं को रोजगार भी मिला है।
- पीएम मोदी ने कहा 'हमारी सरकार की रफ्तार का अंदाजा आप खुद से ही लगा सकते हैं। कांग्रेस सरकार चार साल में केवल 59 पंचायतें ही ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ पाई , वहीं हमने एक लाख से अधिक पंचायतों को ऑपटिकल फाइबर से जोड़ दिया है'।
- पीएम मोदी ने कहा कि प्रदूषण की वजह से दिल्ली के चारों ओर एक्सप्रेस-वे बनाया जा रहा है। इससे प्रदूषण से मुक्ति मिलेगी।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के बागपत से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 11,000 करोड़ रुपये की लागत से तैयार देश के पहले स्मार्ट और हरित ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे (ईपीई) का उद्घाटन किया। इस दौरान सड़क परिवहन, राजमार्ग और पोत परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ और हरियाणा सीएम मनोहरलाल खट्टर भी मौजूद रहे। यह एक्सप्रेस-वे 135 किलोमीटर लंबा है। साथ ही साथ यह देश का पहला एक्सप्रेस-वे है जो सौर बिजली से सड़कें रोशन करेगा। '
खुली जीप में किया पीएम ने रोडशोइससे पहले पीएम मोदी ने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन और खुली जीप में रोडशो किया। इस दौरान उनके साथ दूसरी गाड़ी में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद थे। प्रधानमंत्री का 'रोड शो' भीषण गर्मी में निजामुद्दीन ब्रिज से शुरू हुआ। यह दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का लगभग नौ किलोमीटर का पहला चरण है। इस पर छह किलोमीटर की यात्रा के बाद प्रधानमंत्री बागपत पहुंचे, जहां से उन्होंने पूर्वी ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे को देश को समर्पित किया।
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर होगी समय की बचतसरकार द्वारा जारी इस परियोजना के एक विज्ञापन के अनुसार दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के पहले चरण में 14 लेन के राजमार्ग पर नौ किलोमीटर मार्ग के निर्माण पर 842 करोड़ रुपये की लागत आई है। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर दिल्ली से डासना के बीच करीब 28 किलोमीटर मार्ग पर एक साइकिल ट्रैक बनाया गया है। इस एक्सप्रेसवे की वजह से दिल्ली से मेरठ की यात्रा का समय घटकर 45 मिनट रह जाएगा। अभी इसमें करीब ढाई घंटे का समय लगता है।
पीएम मोदी ने रखी थी आधार शिलाइस परियोजना की पूरी लंबाई 82 किलोमीटर है। इसमें से 27.74 किलोमीटर हिस्सा 14 लेन का होगा, जबकि शेष एक्सप्रेस-वे छह लेन का होगा। इस एक्सप्रेसवे से दिल्ली-मेरठ रोड पर 31 ट्रैफिक सिग्नल हट जाएंगे। यह सिग्लन या लालबत्ती मुक्त क्षेत्र हो जाएगा। यह इस इलाके का सबसे व्यस्त मार्ग है। मोदी ने दिसंबर, 2015 में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे की आधारशिला रखी थी। इसके निर्माण की लागत 7,566 करोड़ रुपये थी।