MP CM: एमपी के सीएम बनने के बाद मोहन यादव के खाते में आई पहली हार, कुश्ती संघ का चुनाव हारे
By अनुराग.श्रीवास्तव@लोकमत.इन | Published: December 22, 2023 11:58 AM2023-12-22T11:58:04+5:302023-12-22T12:00:17+5:30
भारतीय कुश्ती संघ के आज हुए चुनाव में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव को हर का सामना करना पड़ा। सीएम बनते ही मोहन यादव कि यह पहली हार है। भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव में अध्यक्ष पद पर संजय सिंह को चुना गया है।
मध्य प्रदेश कुश्ती संघ के प्रदेश अध्यक्ष पर बीते 14 साल से कब्जा जमाये मोहन यादव को आज हर का सामना करना पड़ा। भारतीय कुश्ती संघ के आज हुए चुनाव में प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव को सिर्फ पांच वोट हासिल हुए और मोहन यादव कुश्ती संघ के उपाध्यक्ष पद से हार गए।
मोहन यादव मध्य प्रदेश कुश्ती संघ के 14 साल से अध्यक्ष है। दरअसल मोहन यादव ने मुख्यमंत्री पद संभालने के चार महीने पहले कुश्ती संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के लिए नामांकन दाखिल किया था। भारतीय कुश्ती संघ के लिए 4 उपाध्यक्ष चुने जाने थे एक पद के लिए मोहन यादव ने नामांकन दाखिल किया था। लेकिन 13 दिसंबर 2023 को मोहन यादव मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बन गए तब तक पर्चा वापस लेने की तारीख निकल गई। दिल्ली में ओलंपिक भवन में हुए चुनाव में मोहन यादव की गैर मौजूदगी होने के कारण उन्हें मोहन यादव को सिर्फ पांच वोट हासिल हुए और वह चुनाव हार गए।
दरअसल मोहन यादव का अखाड़े से पुराना नाता है संघ के कार्यकर्ता होने के कारण वह संघ की शाखा और अखाड़े में जाते रहे हैं। कुश्ती में भी उन्होंने कई बार दाव पेच आजमाये है और यही वजह है की कुश्ती से प्रेम होने के कारण वह बीते 14 साल से मध्य प्रदेश कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद की कमान संभाल रहे थे। मोहन यादव की इच्छा थी कि वह भारतीय कुश्ती संघ के उपाध्यक्ष बने और इसीलिए उन्होंने 4 महीने पहले नामांकन दाखिल किया था। मध्य प्रदेश में चुनाव के आचार संहिता से पहले मोहन यादव ने कुश्ती संघ के उपाध्यक्ष के लिए नाम दाखिल किया था।
मध्य प्रदेश कुश्ती संघ के सेक्रेटरी पप्पू यादव के मुताबिक उन्होंने कुश्ती संघ को पत्र लिखकर मोहन यादव के चुनाव से नाम हटाने की मांग की थी। लेकिन पर्चा वापस लेने की तारीख निकल गई थी और इस वजह से मोहन यादव चुनाव में दिलचस्पी नहीं ले पाए और चुनाव हार गए।
भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष के लिए उत्तर प्रदेश के संजय कुमार सिंह का चयन हुआ है उन्हें 40 वोट मिले हैं उपाध्यक्ष पद के लिए कुल 50 वोटरों को वोट डालना था जिनमें से 47 ने अपने वोट का इस्तेमाल किया। मोहन यादव भी अपना वोट नहीं दे पाए और चुनाव हार गए।