कर्नाटक में गुलदस्तों पर रोक के बाद बंद हो सकती है सलामी गारद की प्रथा
By भाषा | Published: August 12, 2021 08:38 PM2021-08-12T20:38:24+5:302021-08-12T20:38:24+5:30
मंगलुरू, 12 अगस्त सरकारी कार्यक्रमों में गुलदस्ते, माला और स्मृति चिन्ह देने के चलन को खत्म करने के बाद अब कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज एस बोम्मई ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह जल्द ही एक आदेश जारी कर उन्हें और अन्य मंत्रियों को उनकी यात्राओं के दौरान जिलों और सार्वजनिक स्थानों पर सलामी गारद दिए जाने की प्रथा पर प्रतिबंध लगाएंगे।
बोम्मई ने संवाददाताओं से कहा, "मैंने कहा है कि हवाई अड्डों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर सलामी गारद दिए जाने की कोई जरूरत नहीं है। हर बार जब मैं जाता हूं तो जिला स्तर पर इसकी आवश्यकता नहीं है। मैं कल बेंगलुरू जाने के तुरंत बाद एक निर्देश जारी करूंगा।"
सरकारी सूत्रों के अनुसार बोम्मई ने मंगलुरु में अधिकारियों से कहा कि इस तरह के "दिखावे वाले कार्यक्रम" की कोई जरूरत नहीं है।
मुख्यमंत्री ने मंगलवार को स्मृति चिन्ह, माला और शॉल भेंट किए जाने को अनावश्यक खर्च बताया और जोर दिया कि अधिकारी इसके बदले कन्नड़ किताबें दें।
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