इलाहाबाद के बाद अब शिमला का नाम बदलकर 'श्यामला' चाहती है BJP सरकार, सीएम ने किया ऐलान
By स्वाति सिंह | Published: October 21, 2018 04:11 AM2018-10-21T04:11:50+5:302018-10-21T04:11:50+5:30
विश्व हिंदू परिषद काफी का मानना है कि शिमला नाम एक गुलामी की पहचान है, इसलिए इसको बदल दिया चाहिए। इसके साथ ही उनका मानना है कि अगर नाम श्यामला रखे तो श्यामला मां को पूरी दुनिया में जाना जाएगा
इलाहाबाद का नाम प्रयागराज किए जाने के बाद अब हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शिमला का नाम बदलने पर बयान दिया है। दरअसल, हिंदूवादी संगठन ब्रिटिश साम्राज्य की निशानियों को हटाने के अभियान को लेकर शिमला का नाम बदलने की मांग उठा रहे हैं।
इसपर प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर ने शुक्रवार को कहा 'नाम बदलने को लेकर लगातार सुझाव आ रहे हैं। शिमला का नाम अंग्रेजों की गलत बातों की याद दिलाती है। ऐसे में इसके नाम को बदलने पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो नाम बदल दिया जाएगा।
हिंदुस्तान टाइम्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक सीएम ने कहा कि शिमला का नाम श्यामला रखने पर विचार किया जा रहा है। दशहरा उत्सव के दौरान सीएम जाखू मंदिर पहुंचे थे, उन्होंने उसी दौरान यह बात कही।
गौरतलब है कि विश्व हिंदू परिषद काफी का मानना है कि शिमला नाम एक गुलामी की पहचान है, इसलिए इसको बदल दिया चाहिए। इसके साथ ही उनका मानना है कि अगर नाम श्यामला रखे तो श्यामला मां को पूरी दुनिया में जाना जाएगा
विश्व हिंदू परिषद ने साल 2016 में तत्कालीन वीरभद्र सिंह की सरकार के सामने यह मांग रखी थी, जिसे खारिज कर दिया था। उस वक्त सरकार का कहना था कि शिमला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जाना जाने वाला टूरिस्ट डेस्टिनेशन है।
अबी हाल ही में मंगलवार (16 अक्टूबर )को इलाहाबाद का नाम बदल कर प्रयागराज कर दिया गया है। यूपी कैबिनेट ने मंगलवार को इलाहाबाद का नाम प्रयागराज करने को मंजूरी दी। उल्लेखनीय है कि योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली उत्तर प्रदेश सरकार पहले ही प्रयागराज मेला प्राधिकरण का गठन कर चुकी है।