अफगानिस्तान के कारण बढ़ रहा है दिल्ली का दमघोटू प्रदूषण, जानें क्या है इसका कनेक्शन
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: December 20, 2017 08:18 AM2017-12-20T08:18:17+5:302017-12-20T08:41:04+5:30
आपको शायद ये ना पता है दिल्ली का प्रदूषण पराली कारण नहीं ब्लकि अफगानिस्तान के कारण बढ़ा है।
दिल्ली में आए दिन प्रदूषण से यहां रहने वाले लोगों को काफी समस्या हो रही है। यहां के प्रदूषण ने इतना भड़ा रूप ले लिया है कि लोगों का सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। इसके लिए हरिणाया में जलने वाली पराली को जिम्मेदारी माना जा रहा है। क्या वाकई में ये सच है, आपको शायद ये ना पता है दिल्ली का प्रदूषण पराली कारण नहीं बल्कि अफगानिस्तान के कारण बढ़ा है।
कैसे लगा पता
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी के एक वैज्ञानिक ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है पहले हमें लगा था कि यह समुद्री नमक है, जो बंगाल की खाड़ी या अबर सागर से दिल्ली पहुंच रहा है। लेकिन सर्दियों के दौरान समुद्र की तरफ से हवा दिल्ली पहुंचती ही नहीं है। सर्दियों में आमतौर पर दिल्ली में नॉर्थ और नॉर्थ वेस्ट की तरफ से हवाएं आती हैं। यह हवाएं वेस्ट एशिया से होती हुई दिल्ली पहुंचती हैं। वैज्ञानिकों ने हाइब्रीड सिंगल पार्टिकल लाग्रंगियन इंटिग्रेटेड ट्रेजेक्ट्री मॉडल की मदद ली और इसके बारे में पता किया। सीपीसीबी के अधिकारियों के मुताबिक इस मॉडल से पता चला कि दिल्ली में अफगानिस्तान से हवा आ रही है। अफगानिस्तान में नमक बड़ी मात्रा में है और यही अहम कारण है कि हवा के साथ यह नमक दिल्ली तक पहुंच रहा है।
रिपोर्ट में खुलासा
इस रिपोर्ट में ये भी साफ हो गया है कि दिल्ली की हवा में क्रोमियम और कॉपर का स्तर अचानक कैसे बढ़ जाता है। ये तब होता है जब वेस्ट और नॉर्थ वेस्ट की तरफ से हवाएं आती हैं। इसकी वजह दिल्ली से सटे हरियाणा की इलेक्ट्रोप्लेटिंग इंडस्ट्री हैं, जिसमें इन तत्वों का इस्तेमाल बड़ी मात्रा में होता है। धातु और नमक को मापा नहीं जाता और न ही अभी तक दुनिया में इनके लिए कोई मानक तैयार हुआ है इसलिए इसके पैमाने के बारे में नहीं कहा जा सकता। लेकिन दिल्ली में अफगानिस्तान का नमक प्रदूषण बढ़ाने का एक कारण जरूर है और सर्दियों के दौरान अफगानिस्तान का नमक दिल्ली की हवा में मिला है।