राम मंदिर मामले में मुस्लिम पक्षकारों (सुन्नी वक्फ बोर्ड व दूसरे संगठनों) की ओर से कोर्ट में सुनवाई करने वाले वाले वकील राजीव धवन का नाम जमीयत उलेमा हिंद ने हटा दिया है। अपने सोशल मीडिया माध्यमों पर खुद इस बारे में लिखकर राजीव धवन ने जानकारी दी है। वह लिखते हैं कि बिन किसी फॉर्मल इंफॉर्मेशन के पुनर्विचार याचिका के लिए मेरा नाम हटा दिया गया है।
अपने सोशल मीडिया पर अधिवक्ता राजीव धवन ने यह भी लिखा है कि मैं अब समीक्षा या मामले की सुनवाई में शामिल नहीं हूं। मुझे श्री मदनी ने संकेत दिया है कि मेरे नाम को इस मामले से हटा दिया गया क्योंकि मैं अस्वस्थ था। इसके साथ ही राजीव लिखते हैं कि जो तर्क देकर मेरे नाम को इस मामले से हटाया गया वह बिल्कुल बकवास है।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि राजीव धवन सुप्रीम कोर्ट में मुस्लिम पक्षकारों की तरफ से इस मामले में पेश होने वाले मुख्य वकील थे। हालांकि, इस मामले में मुस्लिम पक्ष को उनका दावा नहीं मिल पाया था।