वोटर्स की प्राथमिकताओं की सूची में रोजगार के मुद्दे शीर्ष पर, सरकार का प्रदर्शन 'औसत' से नीचे': एडीआर
By स्वाति सिंह | Published: May 29, 2019 11:09 AM2019-05-29T11:09:23+5:302019-05-29T11:09:23+5:30
नेशनल इलेक्शन वॉच, एडीआर के संस्थापक सदस्य जगदीप छोकर ने कहा कि अक्टूबर से दिसंबर 2018 के बीच किए गए सर्वेक्षण के मुताबिक सरकार के प्रदर्शन को 'औसत से नीचे' बताया गया है।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की ओर से किए गए राष्ट्रीय सर्वेक्षण में दावा किया गया गई कि मतदाता चाहते हैं कि सरकार रोजगार के बेहतर मौके, स्वास्थ्य सुविधाएं और पेयजल जैसे तीन मुद्दों पर काम करे।
नेशनल इलेक्शन वॉच, एडीआर के संस्थापक सदस्य जगदीप छोकर ने कहा कि अक्टूबर से दिसंबर 2018 के बीच किए गए सर्वेक्षण के मुताबिक सरकार के प्रदर्शन को 'औसत से नीचे' बताया गया है।
सर्वेक्षण में राष्ट्रीय सुरक्षा कोई मुद्दा था या नहीं, यह पूछने पर छोकर ने कहा 'आतंकवाद सूचीबद्ध किए गए 31 मुद्दों में से एक था और यह सर्वेक्षण में 30वें स्थान पर था।'
राष्ट्रीय सर्वेक्षण के अनुसार, मतदाताओं ने रोजगार के बेहतर अवसर को (46.80 %), स्वास्थ्य सेवा को (34.60 प्रतिशत), पेयजल को (30.50 प्रतिशत), बेहतर सड़क को (28.34 प्रतिशत) और बेहतर सार्वजनिक परिवहन (27.35 प्रतिशत) प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहा कि पिछले साल सर्वेक्षण किया गया था। इसलिए इस बालाकोट एयरस्ट्राइक और राष्ट्रीय सुरक्षा मुद्दा जैसे मुद्दे सूची में शामिल नहीं थे।
सर्वेक्षण में 534 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों को शामिल किया गया। इसमें 2,73,487 मतदाताओं ने हिस्सा लिया था। इस सर्वेक्षण में जनसांख्यिकी संबंधी कई मुद्दों को शामिल किया गया जैसे शासन के विशिष्ट मुद्दों पर मतदाताओं की प्राथमिकताएं, उन मुद्दों पर सरकार के प्रदर्शन पर मतदाताओं की रेटिंग और मतदान को प्रभावित करने वाले कारक शामिल थे।