अधीर रंजन चौधरी बोले- पश्चिम बंगाल में लगना चाहिए राष्ट्रपति शासन, लेकिन बीजेपी गंभीर नहीं!
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 11, 2019 01:51 PM2019-10-11T13:51:51+5:302019-10-11T13:51:51+5:30
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि वो पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन के खिलाफ नहीं हैं।
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि अगर स्थिति की मांग हो तो पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगना चाहिए लेकिन यहां सवाल बीजेपी की गंभीरता का है। एएनआई से बात करते हुए अधीर ने कहा, 'बीजेपी राज्य में राष्ट्रपति शासन की मांग कर रही है। अगर स्थिति की मांग हो तो राष्ट्रपति शासन लगना चाहिए लेकिन हमारा सवाल है कि क्या बीजेपी नेता उतने गंभीर हैं जितने वो बाहर से दिखाई देते हैं।'
उन्होंने कहा, 'ममता बनर्जी के पीएम मोदी से मुलाकात के बाद पोंजी घोटाले की जांच धीमी पड़ गई। क्या सीएम ममता और पीएम मोदी के बीच कोई करार हुआ है। राज्य सरकार के खिलाफ बीजेपी नेताओं की गंभीरता पर सवाल खड़े होते हैं।'
मुर्शिदाबाद में स्कूल शिक्षक, उसकी पत्नी और नाबालिग बेटे की नृशंसा हत्या ने बृहस्पतिवार को राजनीतिक रंग ले लिया था जहां भाजपा तथा पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने इस घटना को लेकर ममता बनर्जी की सरकार पर निशाना साधा। वहीं आरएसएस ने दावा किया कि शिक्षक संगठन का समर्थक था।
धनखड़ ने कहा कि घटना “मानवता को शर्मसार” करने वाली है और इस चूक के लिए राज्य सरकार की आलोचना की। शिक्षक बंधु प्रकाश पाल (35), उनकी गर्भवती पत्नी ब्यूटी और आठ वर्षीय बेटे आंगन के शव मंगलवार को मुर्शिदाबाद के जियागंज में उनके घर में रक्तरंजित अवस्था में मिले थे। उस समय दुर्गा पूजा चल रही थी।
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में एक परिवार के तीन सदस्यों की कुछ अज्ञात बदमाशों ने हत्या कर दी। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जियागंज इलाके में मंगलवार को प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक बंधु गोपाल पाल (35), उनकी पत्नी ब्यूटी और उनके बेटे अंगन (8) का शव उन्हीं के घर से बरामद हुआ।
अधिकारी ने कहा, ‘‘ प्राथमिक जांच में प्रतीत होता है कि कुछ अज्ञात बदमाशों ने पाल के परिवार की सोमवार की रात हत्या कर दी। विजयदशमी के मौके पर स्थानीय लोगों ने जब उन्हें पूजा पंडाल में नहीं देखा तो वे उनके घर गए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ स्थानीय लोगों ने पुलिस को जानकारी दी और खून में लथपथ शव बरामद किए। मामले में जांच शुरू कर दी गई है।’’ स्थानीय लोगों के अनुसार पाल का परिवार करीब छह साल से जियागंज में रह रहा था।