कार्यों में शिथिलता बरतने के आरोप में जिला खादी एवं ग्रामोद्योग अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई
By भाषा | Updated: December 22, 2020 23:02 IST2020-12-22T23:02:07+5:302020-12-22T23:02:07+5:30

कार्यों में शिथिलता बरतने के आरोप में जिला खादी एवं ग्रामोद्योग अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई
लखनऊ, 22 दिसम्बर उत्तर प्रदेश के खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने स्वरोजगारपरक योजनाओं में की लक्ष्य प्राप्ति में असफल रहने और कार्यों में शिथिलता बरतने वाले चार जिला खादी एवं ग्रामोद्योग अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित करने और एक अधिकारी को प्रतिकूल प्रविष्ठि देने के निर्देश दिए।
सिंह ने मंगलवार को खादी भवन में मौजूदा वित्तीय वर्ष की प्राविधानित धनराशि की स्वीकृतियां एवं अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं के प्रगति की समीक्षा की।
सरकारी बयान के अनुसार, बैठक में मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री माटी कला रोजगार योजना की समीक्षा के दौरान पाया गया कि जनपद एटा, श्रावस्ती, महाराजगंज एवं गौतमबुद्धनगर के अधिकारी विभाग द्वारा संचालित इन योजनाओं का लाभ लोगों को देने में शिथिलता बरत रहे हैं। योजना के निर्धारित वार्षिक लक्ष्य में सभी 75 जनपदों के सापेक्ष इन जनपदों का स्तर सबसे नीचे रहा है।
बयान के अनुसार, इससे पूर्व हुई बैठक में इन जनपदों के अधिकारियों को सख्त चेतवनी भी दी जा चुकी थी। लेकिन कार्यों में वांछित सुधार न पाये जाने पर इन चारों को निलंबित करने के निर्देश दिए गए। इनके अलावा जनपद सुल्तानपुर के जिला ग्रामोद्योग अधिकारी को प्रतिकूल प्रविष्टि और गोरखपुर के एक अधिकारी को किसी अन्य जनपद के स्थानान्तरित करने के भी निर्देश दिये।
उसमें कहा गया कि खादी के सभी प्रोडक्शन सेंटर को रेमण्ड जैसी बड़ी सप्लाई चेन से कनेक्ट कराने की कोशिश की जा रही है। बोर्ड के अपने ही प्रोडक्शन सेंटर में सरकारी स्कूलों में बच्चों के लिए खादी यूनीफार्म तैयार कराये जाने की योजना बनाई गई है।
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