यूपी में आप अकेले लड़ेगी निकाय चुनाव, संजय सिंह ने की नगर निकाय प्रभारियों की घोषणा
By राजेंद्र कुमार | Published: March 12, 2023 05:34 PM2023-03-12T17:34:52+5:302023-03-12T17:34:52+5:30
संजय सिंह का दावा है कि निकाय चुनाव में जनता का आशीर्वाद मिला तो हाउस टैक्स ऑफ और वाटर टैक्स माफ किया जाएगा। उन्होंने यह बताया है कि 15 दिनों तक पार्टी का सदस्यता अभियान चलाया जाएगा।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) सभी सीटों पर अकेले ही चुनाव लड़ेगी। पार्टी किसी भी दल से कोई चुनावी तालमेल नहीं करेगी। आप नेता संजय सिंह ने यहां यह ऐलान करते हुए यूपी के 633 नगर निकायों में प्रभारियों की घोषणा की। संजय सिंह का दावा है कि निकाय चुनाव में जनता का आशीर्वाद मिला तो हाउस टैक्स ऑफ और वाटर टैक्स माफ किया जाएगा।
उन्होंने यह बताया है कि 15 दिनों तक पार्टी का सदस्यता अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के तहत नगर पंचायत के वार्ड में 100, नगर पालिका में 500, नगर निगम में 1000 बनाये जाएंगे। यहां पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में यूपी के प्रभारी और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने यह जानकारी दी।
संजय सिंह के अनुसार यूपी के 763 नगर निकायों में से 633 नगर निकायों में पार्टी ने अपने प्रभारी तय कर दिये हैं। पार्टी के इस फैसले के तहत संजय सिंह ने 164 नगर पालिकाओं के प्रभारी, 435 नगर पंचायत के 435 प्रभारी और 34 नगर निगमों के बनाए गए प्रभारियों के नामों की घोषणा की और कहा कि पार्टी सभी वर्गों में चेयरमैन पद, मेयर पद पर मजबूती के साथ चुनाव लड़ेगी।
संजय सिंह ने विश्वास जताया है कि यूपी की जनता इस बार आम आदमी पार्टी को भी अवसर जरूर देगी। संजय सिंह का कहना है कि नगर निकाय का चुनाव तो शहरों की सफाई के लिए होता है और आप का तो चुनाव चिन्ह झाड़ू है तो झाड़ू वालों को एक अवसर जनता को अवश्य देना चाहिए और जिस तरह से दिल्ली और पंजाब की जनता को अरविंद केजरीवाल का शिक्षा, स्वास्थ्य, चिकित्सा, यातायात, बिजली-पानी का मॉडल पसंद आया वैसे ही यूपी की जनता भी उन्हें राज्य में कार्य करने का मौका देगी।
यह उम्मीद करते हुए संजय सिंह ने घोषणा की, कि उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव में आम आदमी पार्टी का प्रत्याशी विजयी होता है वहां हम हाउस टैक्स हाफ और वाटर टैक्स माफ करेंगे साथ ही शहर की सफाई की उच्च व्यवस्था की जाएगी।
जांच एजेंसियों का हो रहा दुरुपयोग
आप सांसद का खाना है कि देश में महिलाएं महंगाई से परेशान हैं, नौजवान रोजगार ना मिलने से परेशान हैं, और किसान को फसलों का वाजिब दाम नहीं मिल रहा है। इसके बाद भी केंद्र सरकार वास्तविक मुद्दों पर बात नहीं करती, क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी चाहते हैं कि उनकी कुर्सी और उनकी पार्टी सुरक्षित रहे, इसलिए सीबीआई ईडी को विपक्षी नेताओं के पीछे लगाए रहते हैं।
उन्होंने कहा कि आने वाले संसद सत्र में वह जांच एजेंसियों के दुरुपयोग और अडानी के घोटाले जैसे मुद्दे को संसद में उठाएंगे। अडानी से जुड़ी हुई बहुत सारी चीजें उनके पास एकत्रित हैं जिसको वह सरकार और जनता के सामने निष्पक्ष रूप से रखेंगे।