कलकत्ता उच्च न्यायालय के वकीलों का एक वर्ग कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश की अदालत से अनुपस्थित रहा
By भाषा | Published: July 27, 2021 08:12 PM2021-07-27T20:12:33+5:302021-07-27T20:12:33+5:30
कोलकाता, 27 जुलाई कलकत्ता उच्च न्यायालय में मुकदमों से संबंधित कार्य के बंटवारे और डिजिटल तरीके से सुनवाई की व्यवस्था में खामियों के मुद्दे पर कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति राजेश बिंदल की अदालत से मंगलवार को वकीलों का एक वर्ग अनुपस्थित रहा।
कलकत्ता उच्च न्यायालय के वकीलों के किसी भी संघ - कलकत्ता हाई कोर्ट बार लाइब्रेरी क्लब, कलकत्ता हाई कोर्ट बार एसोसिएशन और इनकॉरपोरेटेड लॉ सोसाइटी, ने विरोध नहीं किया। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश (एसीजे) बिंदल की अदालत की कार्यवाही में हिस्सा नहीं लेने वाले वकीलों ने आरोप लगाया, ‘‘कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के प्रशासनिक निर्णय द्वारा अपीलीय पक्ष के नियमों का उल्लंघन हुआ और वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए सुनवाई की व्यवस्था में खामियां हैं।’’
एसीजे की अदालत में शामिल नहीं होने का फैसला करने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता अरुणाभ घोष ने कहा, ‘‘मैं आज दिन में दो बजे से कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश की अदालत की कार्यवाही में शामिल नहीं हुआ।’’ वकीलों के एक वर्ग ने 22 जुलाई को एसीजे को एक ज्ञापन दिया था और न्यायमूर्ति सब्यसाची भट्टाचार्य की एकल पीठ से एक मामले को खंडपीठ को भेजे जाने का हवाला दिया था।
न्यायमूर्ति भट्टाचार्य ने 19 जुलाई को डिजिटल माध्यम से सुनवाई के दौरान होने वाली कनेक्टिविटी की दिक्कतों को लेकर तल्ख टिप्पणी की थी और जिस तरीके से कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश ने मामले को खंडपीठ को सौंपा था, उस पर ऐतराज जताया था।
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