Coronavirus: यूपी में तबलीगी जमात के 1499 लोग हुए चिन्हित, 138 लोग पाये गए कोरोना संक्रमित
By भाषा | Published: April 6, 2020 05:54 AM2020-04-06T05:54:28+5:302020-04-06T05:54:28+5:30
अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने रविवार को यहां संवददाताओं से कहा, ''तबलीगी जमात के लोगों के खिलाफ कार्रवाई में काफी अच्छी प्रगति हुई है। उसी कड़ी में अब तक जो सूचना आयी है, उसके तहत 1499 लोगों को चिन्हित किया गया है, जो किसी न किसी रूप में जमात में शामिल हुए थे।
उत्तर प्रदेश में तबलीगी जमात के 1499 लोगों को चिन्हित किया गया है जो किसी न किसी रूप में जमात में शामिल हुए थे। तबलीगी जमात के 138 लोग कोराना वायरस संक्रमित पाये गये । अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने रविवार को यहां संवददाताओं से कहा, ''तबलीगी जमात के लोगों के खिलाफ कार्रवाई में काफी अच्छी प्रगति हुई है। उसी कड़ी में अब तक जो सूचना आयी है, उसके तहत 1499 लोगों को चिन्हित किया गया है, जो किसी न किसी रूप में जमात में शामिल हुए थे। कुल 1205 लोगों को पृथक वास में रखा गया है। 315 विदेशी नागरिकों में से 249 के पासपोर्ट जब्त किये गये हैं जबकि 295 के खिलाफ 42 प्राथमिकी दर्ज की गयी है। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि वे किन किन जगहों पर गये थे ।''
उन्होंने बताया कि इनमें से 301 मेरठ के, 281 बरेली, 67 कानपुर, 232 वाराणसी, 108 लखनउ, 147 आगरा, 56 प्रयागराज, 213 गोरखपुर, 24 लखनउ कमिश्नरी और 70 गौतमबुद्ध नगर कमिश्नरी के हैं । अवस्थी ने कहा कि तबलीगी जमात के 138 लोग कोविड-19 संक्रमित मिले हैं । उन्होंने कहा कि ऐसे लोग जहां भी रह रहे हैं चाहे धर्म स्थल या घर में, वहां व्यापक रूप से प्रभावी कार्रवाई की जा रही है ।
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि अब तक जो 138 संक्रमित मामले पाये गये, उनकी मेडिकल व्यवस्था मजबूत रखी जा रही है और उनकी निगरानी की जा रही है । उन्होंने कहा कि कुछ जगहों से असहयोग की शिकायतें आयी हैं, ऐसे में हम उनका सहयोग लेने का पूरा प्रयास कर रहे हैं । उन्होंने अपील की कि जहां भी इस तरह के लोग कहीं रह गये हैं, वो अपने खुद के स्वास्थ्य, साथियों और सबके स्वास्थ्य के लिए सामने आयें ताकि तुरंत जांच करके और पृथक वास में रखकर आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।
उन्होंने बताया कि अब तक जेलों से 10, 732 बंदियों को रिहा कर दिया गया है । अवस्थी ने बताया कि अब तक राज्य में निजी सुरक्षा उपकरण :पीपीई: की 31 इकाइयां और सेनेटाइजर की 99 इकाइयां क्रियाशील हो गयी हैं ।
उन्होंने कहा, ‘‘कुछ जगहों पर शिकायत मिली है कि दुकानों पर सेनेटाइजर नहीं हैं । जो ब्लैक कर रहे होंगे, उन पर कार्रवाई की जाएगी।’’ उन्होंने बताया कि धार्मिक, सामाजिक एवं सरकारी संगठनों के जरिए 1, 08, 123 फूड पैकेट बांटे गये। कोविड केयर फंड का लक्ष्य 1000 करोड रूपये है । शिक्षा विभाग ने 76 करोड रूपये से अधिक का योगदान किया है । सभी विधायक एक एक करोड रूपये की मदद देंगे।
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि गांवों में 4, 00, 765 लोगों को और शहरों में 34, 933 लोगों घरों में पृथक वास में रखा गया है और उनमें राजस्व विभाग के आश्रय गृहों में रूके लोगों को भी जोड लें तो यह संख्या लगभग साढे पांच लाख तक जाती है। उन्होंने बताया कि पुलिस विभाग द्वारा की गयी कार्रवाई में 9103 लोगों के विरूद्ध धारा—188 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई तथा अब तक कुल 29, 629 लोग गिरफ्तार किये गये। प्रदेश में कुल 5301 बैरियर व नाके स्थापित किये गये हैं तथा अब तक 10, 75, 280 वाहनों की सघन चेकिंग में 16, 498 वाहन सीज किये गये ।
चेकिंग अभियान के दौरान 4, 45, 47, 343 रूपए का शमन शुल्क वसूल किया गया। आवश्यक सेवाओं हेतु कुल 147271 वाहनों के परमिट जारी किये गये हैं । अवस्थी ने बताया कि प्रदेश सरकार फेक न्यूज पर कड़ाई से नजर रख रही है । इस क्रम में फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सऐप सहित विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर फेक न्यूज फैलाने वाले 34 लोगों का संज्ञान लिया गया है, जिसमें आपत्तिजनक पोस्ट करने वाले एक व्यक्ति के विरूद्ध एफआईआर भी दर्ज की गयी है। इसके अतिरिक्त कुछ लोगों के सोशल एकाउंट सस्पेंड किये गये हैं और कुछ पर कार्यवाही की जा रही है।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076 के माध्यम से 53, 495 ग्राम प्रधानों तथा 8426 पार्षदों से सम्पर्क किया गया तथा 52, 731 शिकायतों को निस्तारित भी किया गया। उन्होंने बताया कि कालाबाजारी एवं जमाखोरी करने वाले 237 लोगों के खिलाफ 170 प्राथमिकी दर्ज करते हुए 84 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
अवस्थी ने बताया कि कोविड-19 के सम्बंध में पूरे प्रदेश में अब तक 3791 अस्थायी स्क्रीनिंग कैम्प एवं आश्रय स्थल बनाये गये हैं, जिनमें 1, 05, 289 लोग रह रहे हैं । इन आश्रय स्थलों पर बेड, पेयजल, भोजन, सेनेटाइजर, साबुन, शौचालय एवं चिकित्सीय सुविधा आदि की व्यवस्था की गयी है, जिसमें सामाजिक मेल-जोल से परहेज का अनुपालन सुनिश्चित किया जा रहा है ।