राजस्थान के प्रत्येक जिले में नियुक्त होंगे 10 मनोवैज्ञानिक परामर्शक
By भाषा | Updated: June 2, 2021 23:26 IST2021-06-02T23:26:22+5:302021-06-02T23:26:22+5:30

राजस्थान के प्रत्येक जिले में नियुक्त होंगे 10 मनोवैज्ञानिक परामर्शक
जयपुर, दो जून राजस्थान के प्रत्येक जिले में कोरोना वायरस संक्रमण से ठीक हुए मरीजों में होने वाली अन्य विभिन्न बीमारियों के इलाज के लिए विशेष 'पोस्ट कोरोना' क्लीनिक एवं वार्ड की स्थापना की जाएगी और इसके साथ ही कोरोना से ठीक हुये मरीजों व उनके परिजनों की मनोवैज्ञानिक परामर्श के लिए प्रत्येक कोरोना अस्पताल में 10 परामर्शकों का पूल भी बनाया जाएगा।
चिकित्सा विभाग के प्रमुख शासन सचिव अखिल अरोरा ने इस संबंध में आदेश जारी किया है। इसके अनुसार कोरोना की दूसरी लहर में यह देखा गया है कि रिकवर हुए मरीजों में ब्लैक फंगस के अतिरिक्त भय, अवसाद, चिंता, अनिद्रा एवं तनाव आदि की अधिक समस्या हो रही है ऐसे में मरीजों के साथ उनके परिजन भी मनोवैज्ञनिक बीमारियों का सामना कर रहे हैं।
इसको ध्यान में रखते हुए प्रत्येक जिले में कोरोना विशेष अस्पताल के एक पृथक हिस्से में पोस्ट कोरोना क्लीनिक व वार्ड बनाए जाएंगे, जहां उक्त मनोवैज्ञानिक बीमारियों से ग्रसित मरीजों का इलाज किया जाएगा।
इन क्लीनिक में ओपीडी का संचालन दो पारियों में किया जाएगा। क्लीनिक में मरीज सुबह 8 से 2 व दोपहर को 2 से रात आठ बजे तक परामर्श प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि प्रत्येक पारी में एक एमडी मेडिसिन, दो काउंसलर व एक आयुष चिकित्सक (जिसे रेस्पिरेटरी एक्सरसाइज व योग के माध्यम से चिकित्सा करने का ज्ञान हो) की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।