लाइव न्यूज़ :

वर्ल्ड हेल्थ डे २०१९: WHO के अनुसार इस साल इन 5 कारणों से होगी लोगों की सबसे ज्यादा मौत

By उस्मान | Updated: April 7, 2019 14:39 IST

World Health Day 2019: WHO के अनुसार लगभग 15 मिलियन लोग 30 से 69 वर्ष की आयु में समय से पहले मर जाते हैं और इनमें से 85% से अधिक की मृत्यु निम्न और मध्यम आय वाले देशों में होती है। इन रोगों के पांच प्रमुख कारण बताए गए हैं- तंबाकू का सेवन, शारीरिक निष्क्रियता, शराब का सेवन, खराब खानपान और वायु प्रदूषण।

Open in App

चिकित्सा में इतनी प्रगती कभी नहीं हुई, जितनी इस दौर में हुई है। लेकिन इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता है कि विभिन्न प्रकार की बीमारियां भी तेजी पैर पसार रही हैं। यही वजह है कि WHO ने स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए हर साल 7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस (World Health Day) मनाने का फैसला किया। इतना ही नहीं, इस दिवस का मनाने का उद्देश्य उन देशों की भी मदद करना भी है, जहां चिकित्सा में प्रगति के बावजूद स्वास्थ्य सेवाएं नहीं पहुंच पाती हैं। WHO के अनुसार, इस साल यानी 2019 में वैश्विक स्वास्थ्य के लिए ये पांच बड़े खतरे हैं। 

1) वायु प्रदुषण और जलवायु परिवर्तन WHO के अनुसार, वायु प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन साल 2019 के सबसे बड़े स्वास्थ्य खतरों की सूची में शीर्ष पर है। हर दिन दस में से नौ लोग प्रदूषित हवा में सांस लेते हैं, और इससे स्वास्थ्य पर विनाशकारी प्रभाव पड़ सकता है। डब्ल्यूएचओ वायु प्रदूषण को स्वास्थ्य के लिए सबसे बड़ा पर्यावरणीय जोखिम मानता है। इससे सीधे रूप से फेफड़े, हृदय और मस्तिष्क को नुकसान पहुंचता है। कैंसर, स्ट्रोक, हृदय संबंधित जैसे रोगों से हर साल समय से पहले 7 मिलियन लोगों की मौत हो जाती है।

2) गैर-संक्रामक रोगगैर-संक्रामक और जीवनशैली आधारित बीमारियों जैसे मधुमेह, कैंसर और हृदय रोगियों की संख्या में तेजी से वृद्धि के साथ 2019 में स्वास्थ्य खतरों की सूची में दूसरे स्थान पर आते हैं। दुनिया भर में 70 फीसदी मौत इन रोगों के कारण होती हैं। WHO के अनुसार लगभग 15 मिलियन लोग 30 से 69 वर्ष की आयु में समय से पहले मर जाते हैं और इनमें से 85% से अधिक की मृत्यु निम्न और मध्यम आय वाले देशों में होती है। इन रोगों के पांच प्रमुख कारण बताए गए हैं- तंबाकू का सेवन, शारीरिक निष्क्रियता, शराब का सेवन, खराब खानपान और वायु प्रदूषण।

3) प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल में कमी सभी लोगों को अच्छी प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं की आवश्यकता है।  WHO का मानना है कि सभी लोगों को व्यापक, सस्ती प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा मिलनी चाहिए। कई गंभीर रोगों को शुरुआत में खत्म करने के लिए मजबूत प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल की आवश्यकता होती है। प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल उन बीमारियों को रोकने में मदद करती है, जो बाद में अनुपचारित होने पर घातक साबित हो सकती हैं।

4) डेंगू (DENGUE)मच्छरों से होने वाली बीमारियां घातक हो सकती हैं। मच्छर के द्वारा होने वाली बीमारियों में डेंगू सबसे घातक हो सकता है। डेंगू के गंभीर मामलों में 20% पीड़ितों की मौत हो जाती है। दशकों से डेंगू के मामलों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। बांग्लादेश और भारत जैसे देशों में बरसात के मौसम में इसके मामले तेजी से बढ़ते हैं।

5) एचआईवी (HIV)एचआईवी /एड्स हमेशा दुनिया में सबसे बड़े स्वास्थ्य खतरों में से एक रहा है।  WHO के अनुसार, एचआईवी के खिलाफ बड़े स्तर पर काम हो रहा है। इससे अभी तक 70 मिलियन से अधिक लोगों को अपनी चपेट में लिया है जबकि लगभग 35 मिलियन लोग मारे गए हैं। WHO के अनुसार दुनिया भर में 37 मिलियन से अधिक लोग HIV से पीड़ित हैं।

टॅग्स :विश्व स्वास्थ्य दिवसवर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशनएड्सहेल्थ टिप्समेडिकल ट्रीटमेंट
Open in App

संबंधित खबरें

भारतबिहार के समस्तीपुर में विश्व एड्स दिवस पर नर्सिंग छात्राओं ने निकाली एड्स जागरूकता रैली, लगाए विवादित नारे, VIDEO

स्वास्थ्यBengaluru: सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने सेक्सुअल हेल्थ के इलाज के लिए बैंक लोन लेकर खरीदी थी जड़ी-बूटी, हो गई किडनी की समस्या, ₹48 लाख का हुआ नुकसान

स्वास्थ्यDinner Timing Matters: सर्दियों में जल्दी खाना क्यों बन सकता है हेल्थ गेम-चेंजर?

स्वास्थ्यअध्ययन: बच्चों में बढ़ती हिंसा और उसके मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

स्वास्थ्यभारतीय वैज्ञानिकों ने गर्भ के अंदर 'जेनेटिक स्विच' का पता लगाया, गर्भावस्था में हो सकता मददगार

स्वास्थ्य अधिक खबरें

स्वास्थ्यपराली नहीं दिल्ली में जहरीली हवा के लिए जिम्मेदार कोई और?, दिल्ली-एनसीआर सर्दियों की हवा दमघोंटू, रिसर्च में खुलासा

स्वास्थ्यखांसी-जुकामः कफ सीरप की बिक्री पर लगाम कसने की कोशिश

स्वास्थ्यपुरुषों की शराबखोरी से टूटते घर, समाज के सबसे कमजोर पर सबसे ज्यादा मार

स्वास्थ्यकश्‍मीर की हवा, कोयला जलाने की आदत, आंखों में जलन, गले में चुभन और सांस लेने में दिक्कत?

स्वास्थ्यखतरनाक धुएं से कब मुक्त होगी जिंदगी?, वायु प्रदूषण से लाखों मौत