देश में कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा कि अगर सब कुछ योजन के मुताबिक हुआ तो देश में कोरोना की वैक्सीन जनवरी 2121 तक आ सकती है। हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट किया कि खुराक की प्रारंभिक उपलब्धता पूरे देश के लिए पर्याप्त नहीं होगी।
इंडिया डॉट कॉम की रिपोर्ट के अनुसार, गुलेरिया ने कहा कि यह कहना मुश्किल है कि देश में टीका कब उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि टीके की प्रभावशीलता के लिए परीक्षा जारी हैं और एक टीका विकसित करना बहुत सारे कारकों पर निर्भर करता है।
बड़े पैमाने पर उत्पादन और वितरण बड़ी चुनौती
टीका विकसित करने की चुनौतियों के बारे में बात करते हुए एम्स प्रमुख ने कहा कि टीका विकसित होने के बाद बड़ी चुनौती इतने बड़े पैमाने पर इसका उत्पादन और वितरण होगा।
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों कोरोना के मामलों में मामूली वृद्धि हुई है। अगर हालत ऐसे ही रहे तो अगले दो सप्ताह में मामलों में काफी वृद्धि देखी जा सकती है।
भारत में कोरोना से मरने वालों की संख्या 1 लाख के पार
भारत में कोरोना से मरने वालों की संख्या 1 लाख के पार हो गई है। देश में पिछले 24 घंटे में ही कोरोना से 1069 लोगों की मौत हुई जबकि 79,476 नए मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में अब कुल संक्रमितों की संख्या 64,73,545 हो गई है जबकि कुल 1,00,842 लोगों की मौत कोरोना से हो चुकी है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शनिवार सुबह जारी अपडेट के अनुसार देश में अभी 9,44,996 एक्टिव मरीज हैं जबकि 54,27,707 लोग अस्पताल से डिस्चार्ज हो चुके हैं। इस बीच इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के अनुसार देश में अब तक कोरोना के लिए 7,78,50,403 सैंपल की जांच की जा चुकी है। ये आंकड़े 2 अक्टूबर तक तक के हैं। इसमें दो अक्टूबर को ही 11,32,675 सैंपल की जांच की गई।
ICMR ने कोरोना के संभावित इलाज 'एंटीसेरा' की खोज की
इस बीच आईसीएमआर ने हैदराबाद स्थित एक बायोफॉर्मास्युटिकल कंपनी के साथ मिलकर 'अत्यंत शुद्ध एंटीसेरा' विकसित किया है जो कोविड-19 का संभावित इलाज हो सकता है। इस ‘अत्यंत शुद्ध एंटीसेरा’ को घोड़ों में असक्रिय सार्स-सीओवी2 का इंजेक्शन देकर विकसित किया गया है।
कोविड-19 का इलाज करेगा 'एंटीसेरा'
आईसीएमआर ने कहा, 'आईसीएमआर और बायोलॉजिकल ई लिमिटेड, हैदराबाद ने कोविड-19 के टीके और इलाज के लिए अत्यंत शुद्ध एंटीसेरा विकसित किया है।'
मनुष्य पर परीक्षण होना बाकी
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद में महामारी और संक्रामक रोग विभाग की प्रमुख सिमरन पांडा का कहना है कि ‘एंटीसेरा’ सुरक्षित और प्रभावी है या नहीं यह जानने के लिए अभी उसका ‘ह्यूमन क्लिनिकल ट्रायल’ (मनुष्य पर परीक्षण) होना बाकी है और इस संबंध में जल्दी ही भारत के औषधि महानयंत्रक से संपर्क किया जाएगा।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)