वायरल फीवर: क्या करें अगर बुख़ार आए, जानें कब हो जायें सतर्क और तुरंत पहुंचे डॉक्टर के पास

By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: March 5, 2024 05:04 PM2024-03-05T17:04:45+5:302024-03-05T17:06:13+5:30

Viral Fever: मौसम में बदलाव के समय अक्सर वायरल फीवर का प्रकोप देखने को मिलता है। वायरल फ़ीवर कई वायरस के कारण होता है और यह हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकता है। बहुत सारे वायरस वायरल फ़ीवर का कारण बन सकते हैं।

Viral Fever Symptoms Causes Diagnosis Treatment and Warnings what to do | वायरल फीवर: क्या करें अगर बुख़ार आए, जानें कब हो जायें सतर्क और तुरंत पहुंचे डॉक्टर के पास

(प्रतीकात्मक तस्वीर)

Highlightsपीने का पानी उबाल कर फिर ठंढा कर के पियें।ज़्यादा से ज़्यादा आराम करेंज़्यादातर मौसमी बुख़ार ख़ुद से ही 2-3 दिनों में ठीक हो जाते हैं

Viral Fever:  मौसम में बदलाव के समय अक्सर वायरल फीवर का प्रकोप देखने को मिलता है। वायरल फ़ीवर कई वायरस के कारण होता है और यह हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकता है। बहुत सारे वायरस वायरल फ़ीवर का कारण बन सकते हैं। कई बार बुख़ार आते ही लोग घबरा कर ख़ुद से तरह तरह के जाँच करा लेते हैं जिससे बेवजह पैसे की बर्बादी होती है। ज़्यादातर मौसमी बुख़ार ख़ुद से ही 2-3 दिनों में ठीक हो जाते हैं।

क्या करें अगर बुख़ार आए

1) ज़्यादा से ज़्यादा आराम करें
2) बुख़ार आने पर पैरासिटमोल की गोली लें
3) ज़्यादा से ज़्यादा पेय पदार्थ लें
4) सुपाच्य भोजन लें। 
ये एक ग़लत अवधारणा है की बुख़ार में चावल या अंडा नहीं ख़ाना चाहिये। आप बिलकुल ले सकते हैं।

5) पीने का पानी उबाल कर फिर ठंढा कर के पियें।
6) गरम पानी में नमक डाल कर gargle करें
7) ORS घोल का उपयोग करें

कब हो जायें सतर्क और तुरंत लें चिकित्सकीय परामर्श ?

1) अगर आप पहले से ही अन्य बीमारी से ग्रसित हैं 
2) अगर दवाई से भी बुख़ार कम ना हो या 3 दिनों के बाद भी बुख़ार आये
3) बुख़ार के साथ साथ पेट दर्द, डायरिया जैसे लक्षण हों
4) शरीर पे लाल धब्बे जैसे निशान आ जाएँ।

ऐसी परिस्थिति में अपने नज़दीकी चिकित्सक से मिल कर दिखाएं।

वायरल फीवर के आम लक्षण

यह आमतौर पर ठंड लगने और पसीने के साथ आता है। वायरल फ़ीवर से पीड़ित लोगों को अक्सर कमजोरी और थकावट महसूस होती है।  वायरल फ़ीवर होने पर मांसपेशियों और जोड़ों में समस्या होना आम बात है। यहां सामान्य से लेकर तेज दर्द हो सकता है। कई वायरल इंफ़ेक्शन के कारण गले में दर्द और लगातार खांसी हो सकती है। कुछ वायरल फ़ीवर में जी मिचलाने, उल्टी और दस्त जैसे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण सामने आ सकते हैं।


(डिस्क्लेमर:  लेख में दी गई जानकारी केवल सामान्य सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। यह पेशेवर चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। किसी चिकित्सीय स्थिति के संबंध में आपके किसी भी प्रश्न के लिए हमेशा अपने चिकित्सक या अन्य योग्य स्वास्थ्य सेवा प्रदाता की सलाह लें लोकमत हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता।)

Web Title: Viral Fever Symptoms Causes Diagnosis Treatment and Warnings what to do

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