गाजियाबाद: कोरोना के बाद वैश्विक जगत के लिए चिंता का सबब बना मंकीपॉक्स का संभावित खौफनाक साया भारत में छाता हुआ दिखाई देने लगा है। जानकारी के मुताबिक देश की राजधानी दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में मंकीपॉक्स के संदिग्ध केस मिलने की बात सामने आ रही है।
बताया जा रहा है कि गाजियाबाद की रहने वाली 5 साल की बच्ची के शरीर पर खुजली और रैशेज की शिकायत के बाद डॉक्टरों को अंदेशा है कि बच्ची मंकीपॉक्स से पीड़ित हो सकती है। समाचार एजेंसी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक बच्ची में मंकीपॉक्स है या नहीं। इसकी जांच के लिए बच्ची में मिले बीमारी के नमूने का परीक्षण करने के लिए उसे उच्च क्षेणी के लैब में भेजा गया है।
इस मामले में गाजियाबाद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉक्टर भवतोष शंखधर ने कहा कि लक्षण के आदार पर बच्ची का नमूना परीक्षण के लिए लैब में भेजा गया है। खुजली और रैशेज के अलावा बच्ची में अन्य कोई स्वास्थ्य समस्या नहीं पायी गई है।
सीएमओ के मुताबिक डॉक्टरों ने बच्ची की मेडिकल हिस्ट्री भेजी है उसके मुताबिक बीते 1 महीने में उसका संपर्क ऐसे किसी व्यक्ति से भी नहीं रहा है, जिसने विदेश यात्रा की हो। लेकिन हम एहतियात के तौर पर उसकी मंकीपॉक्स की जांच करवा रहे हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर भवतोष शंखधर ने कहा कि बच्ची का परीक्षण केवल एहतियाती उपाय है और इस मामले में कुछ भी पुष्टि नहीं हुई है।
मालूम हो कि विश्व के चिंता का सबब बने मंकीपॉक्स की स्थित भारत में अभी तक शून्य बताई जा रही है। लेकिन यूरोपीय देशों में इसका कहर इस कदर है कि लगभग सभी यूरोपिय देशों में मंकीपॉक्स का भयानक डर समाया हुआ है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख टेड्रोस एडनॉम घेब्येयियस ने बीते 2 जून को कहा कि तीस देशों ने मंकीपॉक्स के 550 से अधिक मामलों की शिनाख्त हो चुकी है।
यही कारण है केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय भी मंकीपॉक्स को लेकर सार्वजनिक दिशा-निर्देश जारी कर चुका है। इसके साथ ही अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों और बंदरगाहों पर सुरक्षा एजेंसी को विशेष एहतियायत बरने का निर्दश दिया है
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक सरकार विदेशों से और खासकर यूरोपिय देशों से आने वाले विदेशी यात्रियों को लेकर खासी सजग है और उनकी विशेष निगरानी की जा रही है, ताकि अगर किसी भी विदेशी यात्री में मंकीपॉक्स के लक्षण दिखाई देते हैं तो उन्हें आइसोलेट करके संक्रमण को रोका जा सके।