दमा, ब्रेन स्ट्रोक, बीपी, ब्रॉन्काइटिस, आंखों में जलन, गला दर्द, हेयर फॉल से बचने के लिए 10 नवंबर तक इन 10 कामो से बचें
By उस्मान | Published: October 29, 2018 11:44 AM2018-10-29T11:44:06+5:302018-10-29T11:44:06+5:30
दिल्ली में इन दिनों हवा की गुणवत्ता बहुत ज्यादा खराब है। अगर लोगों ने इन बातों का ध्यान नहीं रखा तो हवा का लेवल और ज्यादा खराब हो सकता है और यह लेवल एक्यूआई पैमाने पर 401 से 500 तक पहुंच सकता है जिसे चीन में 'रेड अलर्ट' कहा जाता है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने शहर के लोगों को साफ चेतावनी दी है कि नवंबर महीने के पहले दस दिन प्रदूषित हवा से बचें और सुबह के समय जोगिंग पर जाने से बचें।
दिल्ली-एनसीआर का वातावरण इन दिनों अजीब बना हुआ है। आसामान में स्मॉग छाया हुआ है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि दिवाली से पहले और बाद के कुछ दिनों में हवा इतनी जहरीली हो सकती है कि इंसान को कई बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने शहर के लोगों को साफ चेतावनी दी है कि नवंबर महीने के पहले दस दिन प्रदूषित हवा से बचें और सुबह के समय जोगिंग पर जाने से बचें। एक्सपर्ट्स के कहना है कि हरियाणा और पंजाब में कृषि की आग का धुंआ तेजी से दिल्ली-एनसीआर की तरफ बढ़ रहा है जिसके कारण दिवाली के आसपास शहर की हवा का जहरीला होना तय है। इसके अलावा फेस्टिवल के मद्देनजर ट्रैफिक और पटाखों की वजह से वातावरण ज्यादा प्रदूषित हो सकता है। दिल्ली में इन दिनों हवा की गुणवत्ता बहुत ज्यादा खराब है। अगर लोगों ने इन बातों का ध्यान नहीं रखा तो हवा का लेवल और ज्यादा खराब हो सकता है और यह लेवल एक्यूआई पैमाने पर 401 से 500 तक पहुंच सकता है जिसे चीन में 'रेड अलर्ट' कहा जाता है। पर्यावरण प्रदूषण (रोकथाम और नियंत्रण) प्राधिकरण (ईपीसीए) को दी गई सिफारिशों में लोगों को कुछ खास बातों का ध्यान रखने की सलाह दी है।
स्मॉग Smog क्या है?
दरअसल यह धुंधनुमा प्रदूषण की परत होती है। स्मॉग शब्द स्मोक और फॉग से मिल कर बना है। खतरनाक गैसों और कोहरे के मेल से स्मॉग बनता है। तेज हवा चलने या बारिश के बाद ही स्मॉग का असर खत्म होता है। जहां गर्मियों में वातावरण में पहुंचने वाला स्मोक ऊपर की ओर उठ जाता है वहीं ठंड में ऐसा नहीं हो पाता और धुंए और धुंध का एक जहरीला मिश्रण तैयार होकर सांस के साथ शरीर के अंदर पहुंचने लगता है। स्मॉग कई मायनों में स्मोक और फॉग दोनों से ज्यादा खतरनाक है।
सीपीसीबी के अनुसार 1 से 10 नवंबर तक इन कामों से बचें
- 4 से 10 नवंबर तक कोयला और बायोमास आधारित उद्योगों को बंद करें
- नवंबर के पहले दस दिन कंस्ट्रक्शन का काम न करें
- लोग अपनी यात्रा को सीमित करें
- प्रदूषित हवा में जाने से बचें
- निजी वाहनों के इस्तेमाल से बचें
- डीजल वाहनों के इस्तेमाल से बचें
- जॉगिंग और रनिंग करने वाले लोग फिलाहल इससे बचें
- अगर जॉगिंग पर जा भी रहे हैं, तो आपकी स्पीड 5 किलोमीटर प्रति घंटा रहनी चाहिए
- कूड़ा या कोई अन्य चीजें जलाने से बचें
- घरों की सफाई गीले पोंछे से करें या धोयें
- अगरबत्ती जलाने से बचें
दिल और फेफड़ों के मरीज रखें इन बातों का ध्यान
सीपीसीबी ने साफ कहा है कि इन दिनों लोगों को बेवजह घर से बाहर जाने से बचना चाहिए। खासकर दिल और फेफड़ों से जुड़े रोगों के मरीज घर से बाहर न जाएं। इसके अलावा बच्चों और युवाओं को भी बाहर न जाने की सलाह दी गई है।
स्मॉग से होनेवाली दिक्कतें
- खांसी, सांस लेने में तकलीफ
- आंखों में जलन
- ब्रॉन्काइटिस
- दिल की बीमारी
- त्वचा संबंधी बीमारियां
- बालों का झड़ना
- नाक, कान, गला, फेफड़े में इंफेक्शन
- ब्लड प्रेशर के रोगियों को ब्रेन स्ट्रोक की समस्या
- दमा के रोगियों को अटैक का खतरा
ऐसे कर सकते हैं बचाव
-दिन में तकरीबन 4 लीटर तक पानी पिएं
- घर से बाहर निकलते वक्त भी पानी पिएं
- बाहर से आने के बाद गुनगुने पानी से मुंह, आंखें और नाक साफ करें
- अगर सांस लेने में तकलीफ हो तो भांप भी ले सकते हैं
- अस्थमा और दिल के मरीज अपनी दवाएं वक्त पर लें
- तरल पदार्थों का खूब सेवन करें
- तुलसी, अदरख की चाय का सेवन भी फायदेमंद रहता है
- साइकल से चलने वाले लोग भी मास्क लगाएं