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नमक की वजह से 2030 से पहले 70 लाख लोगों की हो जाएगी मौत! WHO ने क्यों जताई है ऐसी आशंका, जानिए

By विनीत कुमार | Updated: March 23, 2023 15:20 IST

विश्वव स्वास्थ्य संगठन ने हाल में अपनी एक रिपोर्ट में अत्यधिक नमक या सोडियम के सेवन से होने वाले खतरे को बताया है। WHO ने कहा है कि कम नमक के सेवन से 70 लाख जानें 2030 तक बचाई जा सकती हैं।

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नई दिल्ली: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि अधिक मात्रा में सोडियम के सेवन से होने वाली बीमारियों के मामलों को कम करने के लिए नमक का सेवन दिन में 5 ग्राम या लगभग एक छोटे चम्मच तक सीमित होना चाहिए। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 'सोडियम सेवन में वैश्विक कमी' पर अपनी हाल में जारी पहली रिपोर्ट में कहा है कि ज्यादातर मौतें सोडियम के अत्यधिक सेवन से होने वाली हृदय संबंधी बीमारियों से जुड़ी हैं।

WHO ने अपनी रिपोर्ट में एक तरह से भविष्यवाणी की है कि इस दशक के खत्म होने से पहले तक 70 लाख लोग अत्यधिक नमक की खपत से जुड़ी बीमारियों से दुनिया भर में मर सकते हैं।

चीन में सबसे ज्यादा नमक की खपत, भारत छठे स्थान पर

रिपोर्ट के अनुसार दुनिया भर में चीन में सबसे ज्यादा नमक की खपत होती है। एक चीनी व्यक्ति प्रतिदिन लगभग 10.9 ग्राम नमक का सेवन कर लेता है। भारत इस लिस्ट में छठे स्थान पर है और यहां औसतन हर व्यक्ति प्रतिदिन 10 ग्राम नमक का सेवन कर लेता है। इस वजह से खतरे में भारत भी है और यहां भी 2030 से पहले तक बड़ी संख्या में मौतें हो सकती हैं। 

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली के कई डॉक्टरों ने कहा कि डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट अभी झकझोरने वाली और नींद से जगाने वाली रिपोर्ट है। उन्होंने कहा कि लोगों को कम नमक खाने की दिशा में कदम सख्ती से उठाने चाहिए। डॉक्टरों ने यह भी राय दी कि लोगों को पैक्ड फूड की जगह घर का बना खाना ज्यादा खाना चाहिए। पैक्ड खाने में नमक की मात्रा कहीं ज्यादा होती है।

दिल्ली के इंडियन स्पाइनल इंजरीज सेंटर (ISIC) में इंटरनल मेडिसिन के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. राजकुमार ने कहा कि नमक के अत्यधिक सेवन का स्वास्थ्य समस्याओं पर सीधा असर पड़ता है जैसे 'उच्च रक्तचाप जो कि धमनियों में प्लाक (Plaque) के निर्माण का कारण बन सकता है।' इससे दिल का दौरा पड़ने, स्ट्रोक और अन्य कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों का खतरा बहुत बढ़ रहा है।

अधिक नमक के सेवन से किडनी पर भी असर

डॉक्टरों के अनुसार अधिक नमक का सेवन कि़डनी की बीमारी का खतरा भी बढ़ा सकता है। दरअसल, किडनी शरीर में सोडियम संतुलन को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है। ऐसे में अधिक नमक के सेवन से कैल्शियम की कमी हो सकती है, जिससे हड्डियां कमजोर हो सकती हैं और ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ सकता है।

एम्स के हृदय रोग विशेषज्ञ प्रोफेसर अंबुज रॉय ने कहा, 'एक बड़े परीक्षण में यह बात सामने आई है कि ह्रदय संबंधी बीमारियों के लिए उच्च जोखिम वाले व्यक्ति अगर कम सोडियम नमक/पोटेशियम युक्त भोजन लेते हैं तो पैरालिसिस को 14 और मृत्यु के जोखिम 12 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है।

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