जानिए तुरई या नेनुआ के चौंकाने वाले फायदे, स्वास्थ्य के लिए है बेहद फायदेमंद, गर्मियों में जरूर करें इसका सेवन
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: March 10, 2024 12:33 PM2024-03-10T12:33:01+5:302024-03-10T12:34:19+5:30
तोरी या तोरई जिसे उत्तर प्रदेश और बिहार के कुछ हिस्सों में नेनुआ भी कहते हैं, एक आसानी से मिलने वाली सब्जी है। गर्मी के सीजन में लोग इसे बेहद चाव से खाते हैं। ग्रामीण इलाकों में तो इसे बेहद आसानी से घर में ही उगाया जाता है। स्वाद में बेहतरीन और पचने में आसान होने के साथ ये हरी सब्जी स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद है।
Ridge Gourd benefits: तोरी या तोरई जिसे उत्तर प्रदेश और बिहार के कुछ हिस्सों में नेनुआ भी कहते हैं, एक आसानी से मिलने वाली सब्जी है। गर्मी के सीजन में लोग इसे बेहद चाव से खाते हैं। ग्रामीण इलाकों में तो इसे बेहद आसानी से घर में ही उगाया जाता है। लेकिन शायद आपको पता नहीं होगा कि स्वाद में बेहतरीन और पचने में आसान होने के साथ ये हरी सब्जी स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद है। यहां हम आपको नेनुआ या तोरी या तोरई के सेवन के चौंकाने वाले फायदों के बारे में बता रहे हैं। आपको इसे अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए।
1. डायबिटीज में लाभकारी
तुरई ब्लड और यूरीन दोनों में शुगर के स्तर को कम करने में मदद करती है। इसलिए यह शुगर की समस्या का सामना कर रहे लोगों के लिए फायदेमंद है। तुरई में इन्सुलिन की तरह पेप्टाईड्स पाए जाते हैं। इसलिए इसे डायबिटीज नियंत्रण के लिए एक अच्छे उपाय के तौर पर देखा जाता है।
2. वजन कम करने में सहायक
एक तुरई में लगभग 95 प्रतिशत पानी और केवल 25 प्रतिशत कैलोरी होती है। जिससे वजन नहीं बढ़ता। इसमें संतृप्त वसा और कोलेस्ट्रॉल की भी बहुत ही सीमित मात्रा होती है जो वजन कम करने में सहायक होती है।
3. त्वचा संबंधी रोगों में लाभकारी
नेनुआ या तोरी या तोरई मुंहासे, एक्जिमा, सोरायसिस और अन्य त्वचा संबंधी रोगों के उपचार में सहायक होती है। कुष्ठ रोग में भी तुरई उपयोगी होती है। तुरई की सब्जी खाने से प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है। इसके सेवन से रक्त शुद्ध होता है जिससे त्वचा संबंधी रोगों से राहत मिलती है।
4. आंखों की रोशनी बढ़ाती है
तुरई में बीटा कैरोटीन पाया जाता है जो नेत्र दृष्टि बढ़ाने में मदद करता है। अगर आप अपनी आंखों की रोशनी बढ़ाना चाहते हैं तो अपने आहार में तुरई को शामिल करें।
5. लिवर के लिए गुणकारी
तुरई रक्त शुद्धिकरण के लिए बहुत उपयोगी माना जाता है। साथ ही यह लिवर के लिए भी गुणकारी होता है। साथ ही पीलिया होने पर अगर रोगी की नाक में 2 बूंद तोरई के फल का रस डाल दें, तो नाक से पीले रंग का द्रव बाहर निकलता है। जिससे पीलिया रोग जल्दी समाप्त हो जाता है।
6- रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाए
तोरई विटामिन सी का भी एक अच्छा स्रोत है, जो एक स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए एक आवश्यक पोषक तत्व है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं, जो इंफेक्शन और अन्य बीमारियों को दूर रखने में भी मदद कर सकते हैं।
(डिस्क्लेमर: लेख में दी गई जानकारी केवल सामान्य सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। यह पेशेवर चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। किसी चिकित्सीय स्थिति के संबंध में आपके किसी भी प्रश्न के लिए हमेशा अपने चिकित्सक या अन्य योग्य स्वास्थ्य सेवा प्रदाता की सलाह लें लोकमत हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता।)