घर बैठे अजन्मे बच्चे की हार्ट रेट चेक कर सकती हैं गर्भवती महिलाएं, बीपी, डायबिटीज, प्रीक्लैम्प्सिया से ग्रस्त महिलाओं के लिए फायदेमंद
By उस्मान | Published: October 25, 2018 07:27 AM2018-10-25T07:27:38+5:302018-10-25T07:27:38+5:30
यह तकनीक उन महिलाओं के लिए बेहद फायदेमंद हैं जो गर्भावस्था के दौरान उच्च रक्तचाप, मधुमेह, प्रीक्लैम्प्सिया और खून में शर्करा की अधिक मात्रा से पीड़ित होती हैं।
अधिकतर माता-पिता उस पल के लिए इंतजार करते हैं जब वे पहली बार अपने अजन्मे बच्चे की दिल की धड़कन सुन सकते हैं। मां के लिए, यह आश्वासन का संकेत है कि उसकी गर्भावस्था में सब ठीक है। हृदय गर्भावस्था के चौथे सप्ताह तक बनना शुरू होता है। शिशु का दिल छह सप्ताह की गर्भावस्था के आसपास धड़कना शुरु हो जाता है। इसलिए, आप छह सप्ताह में होने वाले अपने पहले अल्ट्रासाउंड स्कैन में शायद शिशु की धड़कन सुन सकते हैं। लेकिन अब आपको बच्चे की दिल की धड़कन सुनने के लिए अल्ट्रासाउंड स्कैन का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। अब महिलाएं गर्भ में पल रहे अपने बच्चे की दिल की धड़कन को घर बैठे ही नाप सकती हैं।
वैज्ञानिकों ने ऐसा ऐसा सेंसर बनाया है जिससे गर्भवती महिलाएं घर में ही बच्चे की दिल की धड़कनों का पता लगा सकती हैं। ब्रिटेन में ससेक्स विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने इस सेंसर को ईजाद किया है।
इससे गर्भावस्था के दौरान जन्मजात विकारों का पता लगाया जा सकता है या किन्हीं जटिलताओं के कारण समयपूर्व प्रसव की आशंका के चलते तुरंत इलाज की जरूरत का पता लगाया जा सकता है।
यह तकनीक उन महिलाओं के लिए बेहद फायदेमंद हैं जो गर्भावस्था के दौरान उच्च रक्तचाप, मधुमेह, प्रीक्लैम्प्सिया और खून में शर्करा की अधिक मात्रा से पीड़ित होती हैं।
इस तरह की परेशानियों से गुजर रही गर्भवती महिलाओं को अपने बच्चे के स्वास्थ्य पर नियमित तौर पर चिकित्सीय निगरानी की जरूरत होती है।
विश्वविद्यालय में व्याख्याता एलिजाबेथ रेंडन मोराल्स ने कहा, 'अभी स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों से जूझ रही गर्भवती महिलाओं को अपने बच्चे की धड़कन की जांच कराने के लिए अस्पताल जाना पड़ता है। लेकिन इस नई तकनीक से वे घर बैठे ही धड़कन नाप सकेंगी जो मां और बच्चे दोनों की सेहत के लिए अच्छा है।'