प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनऔषधि दिवस पर लोगों को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए जनऔषधि केंद्रों के लाभार्थियों से संवाद किया। उन्होंने कहा कि जनऔषधि योजना का लाभ समाज के हर वर्ग को हुआ है। इसका लाभ गरीब और मध्यम वर्ग की बेटियों, बहनों को हुआ है।
वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल किया गया कि जनऔषधि केंद्र चलाने से महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों और समाज को क्या लाभ हुआ है? इस सवाल पर पीएम मोदी ने कहा, 'जनऔषधि योजना का लाभ भी तो समाज के हर वर्ग को हुआ है, गरीब और मध्यम वर्ग को हुआ है। इसमें भी हमारी बेटियों, बहनों को विशेष लाभ हुआ है। आज के इस कार्यक्रम में भी अनेक बहनें जुड़ी हुई हैं।
जनऔषधि योजना का लाभ भी तो समाज के हर वर्ग को हुआ है, गरीब और मध्यम वर्ग को हुआ है। इसमें भी हमारी बेटियों, बहनों को विशेष लाभ हुआ है। आज के इस कार्यक्रम में भी अनेक बहनें जुड़ी हुई हैं: PM @narendramodi— PMO India (@PMOIndia) March 7, 2020
मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कहा कि यह दिन किसी योजना को सेलिब्रेट करने का ही नहीं बल्कि लाखों भारतीयों, परिवारों से जुड़ने का भी दिन है, जिन्हें इस योजना के बूते राहत मिली है। प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना के लाभार्थियों में शामिल दीपा शाह को भावुक देख मोदी भी इमोशनल हो गए।
700 जिलों में जनऔषधि केंद्रों की शुरुआत भारत के 728 जिलों में से 700 जिलों में जनऔषधि केंद्रों की शुरुआत हो चुकी है। फिलहाल 6200 जन- औषधि केंद्रों के माध्यम से कई बीमारियों की दवाएं और चिकित्सा उपकरण मुहैया करवाए जाते हैं। 1 से 7 मार्च के बीच जनऔषधि सप्ताह आयोजित किया जाता है।
मोदी ने ट्वीट किया कि मैं ऐसे तमाम लोगों से बातचीत के लिए उत्साहित हूं जिन्हें किफायदी दामों में दवाइयां मिलीं। ऐसे स्टोर मालिक जो आत्मनिर्भर बन गए। यही वजह है कि प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना विशेष है।
An interaction I eagerly look forward to!Citizens who got access to affordable medicines.Store owners who became self-reliant.This is why the Pradhan Mantri Bhartiya Janaushadhi Pariyojana is special.Do join live at 11 this morning... #JanJanTakJanAushadhihttps://t.co/xYCAyRajoO— Narendra Modi (@narendramodi) March 7, 2020
कोरोना वायरस के भारत में बढ़ते केस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'ऐसे समय में अफवाहें भी तेजी से फैलती हैं। हमें अफवाहों से बचना है। जो भी करें, अपने डॉक्टर की सलाह से करें। पूरी दुनिया नमस्ते की आदत डाल रही है। अगर किसी कारण से हमने ये आदत छोड़ दी है, तो हाथ मिलाने के बजाय इस आदत को फिर से डालने का भी ये उचित समय है।