क्या हार्ट अटैक की तरह पैनिक अटैक भी खतरनाक है या दोनों में है कोई अतंर? जानें यहां
By अंजली चौहान | Updated: July 11, 2023 16:37 IST2023-07-11T16:34:11+5:302023-07-11T16:37:27+5:30
दिल के दौरे और पैनिक अटैक के बीच अंतर करने के लिए हमारे इस आर्टिकल को पढ़े और समझे।

फोटो क्रेडिट- फाइल फोटो
नई दिल्ली: हार्ट अटैक और पैनिक अटैक में फर्क कर पाना थोड़ा मुश्किल है। आमतौर पर लोग पैनिक अटैक को दिल का दौरा समझ लेते हैं और इस वजह से परेशान हो जाते हैं। मगर ये दोनों अलग है और इनमें अतंर जानना बहुत जरूरी है।
पैनिक अटैक और हार्ट अटैक दोनों ही स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है और इसे नजरअंदाज करना आपके लिए बड़ी परेशानी खड़ा कर सकता है। ऐसे में आपका जानना जरूरी है कि पैनिक अटैक और हार्ट अटैक में फर्क क्या है।
हार्ट अटैक के लक्षण
चिकित्सक जानकारों का कहना है कि दिल का दौरा तब होता है जब हृदय को आवश्यक मात्रा में रक्त नहीं मिलता है। यह आमतौर पर तब देखा जाता है जब हृदय को रक्त की आपूर्ति करने वाली धमनी अवरुद्ध हो जाती है।
दिल के दौरे के सामान्य लक्षण
-सीने में दर्द या दबाव
- धड़कन का बढ़ना
- चक्कर आना या बेहोशी महसूस होना,
- पसीना आना
- शरीर का ठंडा पड़ना
- जबड़े, गर्दन और कंधे में दर्द
- सांस लेने में तकलीफ
- मतली, उल्टी और थकान होना
दिल का दौरे के ये सामान्य पर खतरनाक लक्षण है जिनका वक्त रहते इलाज न किया जाए तो ये जानलेवा साबित हो सकता है।
कैसे आता है पैनिक अटैक
पैनिक अटैक तब देखा जाता है जब अत्यधिक भय या चिंता का अचानक हमला होता है। पैनिक अटैक खतरनाक नहीं हैं लेकिन अपनी लाइफ को मुश्किल बना देता है और आप रोजमर्रा के कामों को सफलता से नहीं कर पाते। जिन लोगों को नियमित या लगातार पैनिक अटैक आते हैं, उनमें पैनिक डिसऑर्डर, एक प्रकार का चिंता विकार हो सकता है।
पैनिक अटैक के लक्षण
- अचानक चिंता और भय
- सीने में दर्द
- सांस लेने में समस्या
- कंपकंपी या कांपना
- पसीना आना
- चक्कर आना और मतली आना
हार्ट अटैक और पैनिक अटैक के बीच अंतर कैसे करें?
दरअसल, घबराहट और दिल का दौरा दोनों ही सीने में दर्द को आमंत्रित करते हैं। जब किसी को दिल का दौरा पड़ता है तो दर्द बांह, जबड़े या गर्दन जैसे अन्य क्षेत्रों में फैल जाएगा, लेकिन पैनिक अटैक के दौरान दर्द केवल छाती में महसूस होगा। शारीरिक परिश्रम के बाद दिल का दौरा पड़ता है और तनावपूर्ण स्थिति के बाद घबराहट के दौरे पड़ते हैं।
व्यायाम करने के बाद आपको दिल का दौरा पड़ सकता है लेकिन पैनिक अटैक नहीं। अगर किसी को सीने में दर्द या अन्य लक्षण हो रहे हैं और पैनिक अटैक का इतिहास नहीं है तो यह दिल का दौरा पड़ने का संकेत हो सकता है।
पैनिक अटैक कुछ समय के लिए रहेगा और व्यक्ति बेहतर महसूस करेगा लेकिन दिल के दौरे के लक्षण खराब हो सकते हैं और व्यक्ति को तत्काल अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता होगी। जिन लोगों को चिंता, अवसाद या दीर्घकालिक तनाव है, उन्हें हृदय संबंधी समस्याएं होने की संभावना हो सकती है।
(डिस्क्लेमर: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने डॉक्टर से परामर्श लें। लोकमत हिंदी इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।)