लाइव न्यूज़ :

मुंबई: कोरोना खतरे के बीच बीएमसी के अस्पतालों में ठप हो सकती है मेडिकल ऑक्सीजन सप्लाई, ठेकेदारों ने बकाया भुगतान में हो रही देरी को लेकर दी चेतावनी

By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: June 6, 2022 18:33 IST

हन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) से संचालित होने वाले अस्पतालों में कोरोना इलाज के लिए सबसे महत्वपूर्ण मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई बाधित हो सकती है।

Open in App
ठळक मुद्देबीएमसी के अस्पतालों में बाधित हो सकती है मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई बीएमसी अस्पतालों को मेडिकल ऑक्सीजन सप्लाई करने वाले ठेकेदारों ने दी धमकी बीएमसी पूर्व में की गई ऑक्सीजन सप्लाई के बकाये के भुगतान करने में कर रही है देरी

मुंबई: कोरोना के बढ़ते हुए मामलों के बीच बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) से संचालित होने वाले अस्पतालों के सामने एक भारी चुनौती आ गई है। बताया जा रहा है कि कोरोना इलाज के लिए सबसे महत्वपूर्ण मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई बीएमसी के अस्पतालों में बाधित हो सकती है।

दरअसल यह समस्या इस इसलिए पैदा हो रही है क्योंकि बीएमसी के अस्पतालों को जिन प्राइवेट ठेकेदारों के जरिये मेडिकल ऑक्सीजन सप्लाई हो रही है, उन्होंने बीएमसी को चेतावनी दी है कि वो सप्लाई को बाधित कर सकते हैं क्योंकि बीएमसी उनके द्वारा पूर्व में की गई ऑक्सीजन सप्लाई के बकाये पैसे का भुगतान करने में देरी कर रहा है। 

मेडिकल ऑक्सीजन सप्लाई करने वाले ठेकेदारों ने इस मामले में बीएमसी को स्पष्ट चेतावनी जारी कर दी है कि वो बकाये के भुगतान में देरी करेंगे तो मेडिकल ऑक्सीजन, सुरक्षा उपकरण किट सहित अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बंद कर देंगे। 

ठेकेदारों का आरोप है कि वो अपने द्वारा सप्लाई किये सामानों के मद में पेश किये बिल का भुगतान कभी 2 महीनों में तो कभी ढाई महीनों में पा रहे हैं, लेकिन उन्हें भी होलसेलर्स के पास पैसों का भुगतान करना पड़ता है और बीएमसी की ओर से की जा रही लेट पेमेंट के कारण उसकी सप्लाई चेन टूट सकती है। 

बताया जा रहा है कि अस गंभीर मसले पर बृहन्मुंबई नगर निगम के चिकित्सा अधिकारियों ने नगर प्रमुख आईएस चहल से बात भी की है। लेकिन ठेकेदारों का स्पष्ट कहना है कि अगर बीएमसी माल सप्लाई के बदले में 30 दिनों के भीतर बिल का भुगतान नहीं करती है को वो बीाएमसी को इस मामले में कोई सपोर्ट नहीं कर पाएंगे और इसका खामयाजा अस्पताल में भर्ती मरीजों को उठाना पड़ सकता है। 

वहीं इस बदइंतजामी पर बीएमसी के एक अधिकारी ने कहा कि बीएमसी ठेकेदारों से प्राप्त हुए बिल को 2-3 दिन के भीतर पास करने के लिए फाइनेंस डिपार्टमेंट में भेज द्ता है लेकिन वहां पर चलने वाली लंबी प्रक्रिया के कारण बिल को पास होने में करीब 2 से ढाई महीने तक लग जाते हैं। 

बीएमसी अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि अगर ठेकेदारों के बिल का भुगतान नहीं किया जाता है औप वो जरूरी सामानों की सप्लाई रोक देते हैं तो सबसे ज्यादा असर कोरोना मरीजों पर पड़ेगा क्योंकि उनके इलाज के लिए मेडिकल ऑक्सीजन और पीपीई किट की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। 

समाचार वेबसाइट 'मिड डे' के मुताबिक बीएमसी का फाइनेंस डिपार्टमेंट कई बार छोटी-मोटी पूछताछ के लिए ठेकेदारों को बार-बार बुलाते रहते हैं और इस कारण उनके बील पास होने में देरी होती है। 

मालूम हो कि कोरोना की दूसरी लहर में मुंबई में मेडिकल ऑक्सीजन की खपत लगभग 230 मीट्रिक टन रोजाना हो घई थी। जिसके कारण बीएमसी ने खुद कुछ अस्पतालों में अपना ऑक्सीजन प्लॉट लगा लिया था लेकिन उनसे बीएमसी के सारे अस्पतालों को ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं की जा सकती है। 

बीएमसी की ओर से जारी की गई ताजा जानकारी के मुताबिक मौजूदा समय में कोरोना के करीब 4,294 सक्रिय मरीज हैं, जिनमें से फिलहाल चार वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं, 34 आईसीयू में हैं और 14 ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं। 

टॅग्स :बृहन्मुंबई महानगरपालिकाCoronaमुंबई
Open in App

संबंधित खबरें

भारतIndiGo Crisis: इंडिगो ने 5वें दिन की सैकड़ों उड़ानें की रद्द, दिल्ली-मुंबई समेत कई शहरों में हवाई यात्रा प्रभावित

भारतIndiGo Flight: कुवैत से हैदराबाद जा रहे विमान को मुंबई किया गया डायवर्ट, 'ह्यूमन बम' की धमकी के बाद एक्शन

कारोबारLPG Prices December 1: राहत की खबर, रसोई गैस की कीमतों में बड़ा बदलाव, मुंबई, कोलकाता, दिल्ली, पटना और चेन्नई में घटे दाम, चेक करें

बॉलीवुड चुस्कीMalaika Arora: सफलता की राह पर कई उतार-चढ़ाव, लेखिका के रूप में शुरुआत करने को तैयार मलाइका अरोड़ा

भारतबीड सरपंच हत्याकांड: सरपंच संतोष देशमुख के परिवार से मिले उपमुख्यमंत्री अजित पवार, विरोध तेज करेंगे मराठा नेता मनोज जरांगे

स्वास्थ्य अधिक खबरें

स्वास्थ्यपराली नहीं दिल्ली में जहरीली हवा के लिए जिम्मेदार कोई और?, दिल्ली-एनसीआर सर्दियों की हवा दमघोंटू, रिसर्च में खुलासा

स्वास्थ्यखांसी-जुकामः कफ सीरप की बिक्री पर लगाम कसने की कोशिश

स्वास्थ्यपुरुषों की शराबखोरी से टूटते घर, समाज के सबसे कमजोर पर सबसे ज्यादा मार

स्वास्थ्यकश्‍मीर की हवा, कोयला जलाने की आदत, आंखों में जलन, गले में चुभन और सांस लेने में दिक्कत?

स्वास्थ्यखतरनाक धुएं से कब मुक्त होगी जिंदगी?, वायु प्रदूषण से लाखों मौत