गुरुग्राम में डॉक्टर श्रीप्रकाश सिंह ने पत्नी डॉक्टर सोनू, बेटी अदिति और बेटे आदित्य को तेज धार हथियार से बेहरमी से मारने के बाद आत्महत्या कर ली।
इसी महीने गाजियाबाद में प्रदीप नमक व्यक्ति ने पत्नी संगीता तीन बच्चियों की हत्या कर दी और उसके बाद जहर खाकर खुदकुशी कर ली।
पिछले महीने जून में दिल्ली के एक टीचर ने अपनी पत्नी और तीन छोटे-छोटे बच्चों को मौत के घात उतार दिया और खुद को अवसाद का शिकार बताया।
इसी साल अप्रैल में गाजियाबाद में ही एक इंजीनियर ने पत्नी और बच्चों की गला रेतकर हत्या कर दी। वह नशे की आदी था।
अपने परिवार को खत्म करके खुद आत्महत्या कर लेने के ये ताजे मामले हैं। इस तरह के मामले रोजाना अखबारों की सुर्ख़ियां बने रहते हैं। क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर कोई बाप अपने बच्चे की इतनी बेहरमी से कैसे हत्या कर सकता है? आखिर उन्होंने ऐसा फैसला कैसे और क्यों लिया होगा? इस तरह की घटनाएं अचानक क्यों बढ़ रही हैं?
एनबीटी में छपी एक रिपोर्ट में सेंटर फॉर सोशल रिसर्च की डायरेक्टर रंजना कुमारी के अनुसार, इस तरह की घटनाओं के पीछे कई मानसिक बीमारियां हैं उनमें से एक है बाइपोलर डिसऑर्डर। यह एक ऐसी बीमारी है जिस पर किसी का ध्यान नहीं जाता है। लड़कों के मामले ऐसा माना जाता है कि इनके शादी हो जाएगी, तो वो सही हो जाएंगे। इस तरह के लड़के आगे चलकर ऐसी घटनाओं को अंजाम देते हैं।
रंजना ने बताया कि उनके पास ऐसे बहुत से मामले आते हैं, जिनमें एक्सट्रीम रिएक्शन होते हैं, जो मानसिक बीमारी का इलाज नहीं कराने से होते हैं। हालांकि इस तरह की घटनाओं के पीछे अवसाद, मानसिक तनाव, सोशल मीडिया, चिंता और अवसाद भी शामिल हैं। चलिए जानते हैं कि बाइपोलर डिसऑर्डर क्या होता है और इससे कैसे निपटा जा सकता है।
बाइपोलर डिसऑर्डर क्या है (What is Bipolar disorder)
बाइपोलर डिसऑर्डर को मैनिक डिप्रेशन भी कहते हैं। यह एक मानसिक बीमारी है। इससे पीड़ित व्यक्ति की मनोदशा में असामान्य और गंभीर उतार-चढ़ाव होते है। वह व्यक्ति कभी बहुत ज्यादा खुश रहने लगता है, तो कभी बहुत ज्यादा उदास हो जाता है और डिप्रेशन में चला जाता है। ऐसा कुछ दिनों या कई हफ्तों तक जारी रह सकता है। ये दौरे बहुत जल्दी-जल्दी बदलते रहते हैं, और यहां तक कि सप्ताह में कई बार पड़ सकते हैं।
बाइपोलर डिसआर्डर लगभग हर सौ में से एक इंसान को जिन्दगी में कभी ना कभी हो सकती है। ऐसा माना जाता है कि इसकी शुरुआत 15 साल से 20 साल के बीच होती है और इसमें पुरुष और महिलाएं दोनों ही समान रूप से प्रभावित होते हैं।
बाइपोलर डिसऑर्डर के लक्षण (Bipolar disorder symptoms)
अचानक बहुत ज्यादा खुश होना या उदास होनाखुश होने पर किसी को पैसे बांटनाहर पल गाना सुनते रहनाबहुत ज्यादा दोस्त बनानारात-रातभर जागना
बाइपोलर डिसआर्डर के कई कारण (Bipolar disorder Causes)
जेनेटिक- कई रिसर्च इस बात का खुलासा करती हैं कि यह मानसिक रोग एक जेनेटिक समस्या भी है। अगर किसी की माता या पिता को यह रोग है, तो उनके बच्चों को भी यह बीमारी हो सकती है। तनाव- तनाव भी इस बीमारी का एक प्रमुख कारण है। जीवन में ज्यादा पैसों को लेकर तनाव या कोई दूसरा मानसिक तनाव भी इस बीमारी को जन्म दे सकता है।न्यूरोकेमिकल फैक्टर- शरीर में न्यूरोट्रांसमीटर जैसे नोरेपिनफ्रीन और सेरोटोनिन में असंतुलन होना भी इसका एक प्रमुख कारण है।नशा- रिसर्च के अनुसार नशीले पदार्थ का ज्यादा सेवन करने वाले लोगो में इस बीमारी के होने का ज्यादा खतरा होता है।
बाइपोलर डिसआर्डर का इलाज (Bipolar disorder Treatment)
नियमित रूप से दवाइयों के सेवन से पीड़ित व्यक्ति को राहत मिलती है और वो जल्दी ठीक होता है। इससे पीड़ित व्यक्ति को पर्याप्त नींद की जरूरत होती है।दवाइयों के साथ रोजाना थेरेपी भी लें। इससे जल्दी राहत मिलती है। अपनी दुनिया से बाहर आएं और दूसरों के साथ बातचीत करना, घूमना-फिरना आदि की आदत बढ़ा दें। इस रोग से पीड़ित व्यक्ति को पूरी तरह से सहयोग करें। रोजाना एक्सरसाइज और मेडिटेशन करें।