Eye Flu (Conjunctivitis): देश में दिल्ली एनसीआर समेत कई राज्यों में आई फ्लू यानी कंजक्टिवाइटिस का खतरा धीरे-धीरे बढ़ रहा है और इसके डेली केसेस आ रहे है। केवल देश की राजधानी ही नहीं बल्कि पश्चिम बंगाल, राजस्थान और बिहार जैसे राज्यों में भी यह तेजी से फैल रहा है।
जानकारों के अनुसार आई फ्लू यानी कंजक्टिवाइटिस एक प्रकार की समस्या है जिसमें आंखों के श्लेष्म झिल्ली में सूजन हो जाता है। बता दें कि यह एक आम स्थिति है जो बैक्टीरिया, वायरस या एलर्जी के कारण लोग इससे संक्रमित हो जाते है।
आखिर दिल्ली एनसीआर समेत कई जगहों पर क्यों बढ़ रहे है मामले
पूरे भारत में फिलहाल बरसात का सीजन चल रहा है जिससे देश में कई बरसाती बीमारियां जन्म ले रही है। इन बीमारियों में आई फ्लू यानी कंजक्टिवाइटिस भी एक समस्या जिससे अभी ज्यादातर लोग संक्रमित हो रहे है। जानकारों की अगर माने तो मानसून के मौसम में नमी बढ़ जाती है जो आई फ्लू के वायरस के प्रसार के लिए अनुकूल परिस्थितियां पैदा करती है।
यही नहीं हाल में देश के कई हिस्सों में बारिश और बाढ़ के कारण भी बरसाती बीमारी जैसे आई फ्लू यानी कंजक्टिवाइटिस को बढ़ावा मिला है। इसके साथ इस सीजन में लोगों द्वारा एक दूसरे के संपर्क में आने से भी यह समस्या पैदा हो सकती है।
भारत में आई फ्लू के कितने मामले हैं?
भारत में पिछले एक साल में आई फ्लू के 10,000 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें से अधिकांश मामले मानसून के मौसम में दर्ज किए गए हैं। ऐसे में अभी भी बरसात का सीजन चल रहा है, ऐसे में इस साल भी मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।
आई फ्लू के लक्षण क्या हैं?
लाल और सूजी हुई आंखों का होनाआंखों में दर्द और खुजली का होनाआंखों से पानी आना भी इसके लक्षण हैरौशनी के प्रति संवेदनशीलता से भी आई फ्लू हो सकता हैकुछ मामलों में आई फ्लू बुखार, सिरदर्द और सूजे हुए लिम्फ नोड्स को भी पैदा कर सकता है।
आई फ्लू से कैसे बचा जा सकता है?
बार-बार हाथ धोने से इससे बचा जा सकता हैआंखों को छूने से करें परहेजछींकते या खांसते समय डिस्पोजेबल टिश्यू का प्रयोग करेंतौलिये, चश्मा और कॉनटैक्ट लेंस जैसी व्यक्तिगत वस्तुओं को साझा न करें
यदि आपको आई फ्लू है तो क्या करें?
अगर आपको लगता है कि आपको आई फ्लू हो गया है तो इस हालत में आप डॉक्टर को दिखा सकते है जो इसका इलाज कर सकते है। आमतौर पर इसका इलाज एंटीबायोटिक या एन्टी वायरल आई ड्रॉप या मलहम से भी किया जाता है।
आई फ्लू के लक्षण हैं तो क्या करें?
आपको बता दें कि यदि आपको आई फ्लू के लक्षण हैं तो इस हालत में आपको जल्द से जल्द डॉक्टर से मिलना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि शुरुआती उपचार संक्रमण के प्रसार को रोकने और लक्षणों की गंभीरता को कम करने में मदद कर सकता है।
क्या कहते है एक्सपर्ट्स
आई फ्लू यानी कंजक्टिवाइटिस को लेकर जरूरी सलाह देते हुए राजस्थान के जोधपुर के नेत्र विशेषज्ञ डॉ अरविंद चौहान ने बताया कि "आई फ्लू एक सामान्य वायरल संक्रमण है। ये इसी नमी के मौसम में फैलता है। पिछले चार पांच दिनों से ओपीडी में इसके मामले ज्यादा आ रहे हैं लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है ये दो तीन दिन में अपने आप ठीक हो जाता है।"
उनके अनुसार, "अगर ये दो तीन दिन में ठीक नहीं होता तो किसी अच्छे डॉक्टर को दिखाएं। इसके मुख्य लक्षण- आंखें लाल रहना, आंखों में पानी आना, आंखों में चुभन होना, सूजन आना और सुबह-सुबह आंखें नहीं खुलना है।"
(Disclaimer: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इस आलेख में बताए गए तरीकों, सुझावों और विधियों का उपयोग करने से पहले कृपया एक चिकित्सक या संबंधित विशेषज्ञ से जरूर सलाह ले लें।)