Thyroid Diet Plan: गलती से भी ये 20 चीजें न खायें थायरॉयड के मरीज, जानिये पूरा डाइट प्लान
By उस्मान | Published: August 1, 2019 11:55 AM2019-08-01T11:55:21+5:302019-08-01T11:55:21+5:30
Thyroid Diet Plan: वैसे तो थायराइड के लिए कई उपचार उपलब्ध हैं लेकिन डाइट में बदलाव करके आप टी 3 और टी 4 हार्केमोन के कम और ज्यादा उत्पादन को मैनेज कर सकते हैं, जो थायरॉयड के लिए मुख्य कारक हैं.
शरीर के बेहतर कामकाज के लिए दो थायरॉयड हार्मोन ट्राईआयोडोथायरोनिन (T3) और थायरोक्सिन (T4) बहुत जरूरी हैं। इन हार्मोन का उत्पादन थायराइड ग्लैंड द्वारा होता है। यह ग्रंथि गले में होती है। टी 3 और टी 4 के कम उत्पादन को हाइपोथायरायडिज्म और ज्यादा उत्पादन को हाइपरथायरायडिज्म कहा जाता है। कुल मिलाकर बात यह है कि इन दोनों हार्मोन के बढ़ने और घटने से आपकी सेहत को कई नुकसान हो सकते हैं।
थायराइड के बढ़ने के कारण गर्दन में सूजन, वजन में कमी, भूख में वृद्धि, मल त्याग बढ़ना, अनियमित मासिक धर्म, तेजी से या अनियमित दिल की धड़कन, थकान, चिड़चिड़ापन, कांपना, बालों का पतला होना और और पलकों का पीछे हटना शामिल हैं। टी 3 और टी 4 के कम होने के कारण आपको थकान, ज्यादा ठंड लगना, हार्ट रेट कम होना, वजन बढ़ना, भूख में कमी, याददाश्त कमजोर होना, तनाव, मांसपेशियों में थकान, फर्टिलिटी कम होना आदि समस्याएं हो सकती हैं।
वैसे तो थायराइड के लिए कई उपचार उपलब्ध हैं लेकिन डाइट में बदलाव करके आप टी 3 और टी 4 कम और ज्यादा उत्पादन को मैनेज कर सकते हैं और इन समस्याओं से बच सकते हैं। चलिए जानते हैं आपको किन-किन चीजों का सेवन करना चाहिए और किन चीजों को खाने से बचना चाहिए।
हाइपोथायरायडिज्म होने पर खायें ये चीजें (Hypothyroidism Diet Plan)
एंटीऑक्सिडेंट वाले फल और सब्जियां
ब्लूबेरी, टमाटर, शिमला मिर्च और एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर अन्य खाद्य पदार्थ समग्र स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं और थायरॉयड ग्रंथि को लाभ पहुंचा सकते हैं। विटामिन बी से भरपूर चीजें जैसे अनाज खाने से भी मदद मिल सकती है।
सेलेनियम
सेलेनियम की छोटी मात्रा में एंजाइमों की आवश्यकता होती है, जो थायराइड हार्मोन को ठीक से काम करने में मदद करती है। सेलेनियम युक्त खाद्य पदार्थ, जैसे सूरजमुखी के बीज या ब्राजील नट्स का सेवन फायदेमंद हो सकता है।
टायरोसिन
इस अमीनो एसिड का उपयोग थायरॉयड ग्रंथि द्वारा T3 और T4 के उत्पादन के लिए किया जाता है। टायरोसिन के अच्छे स्रोत मीट, डेयरी और फलियां हैं। सप्लीमेंट लेने से मदद मिल सकती है, लेकिन पहले अपने डॉक्टर से पूछ लें।
हाइपोथायरायडिज्म होने पर न खायें ये चीजें (Foods to avoid in Hypothyroidism)
सोया
अध्ययन बताते हैं कि सोयाबीन और सोया वाली चीजों में फाइटोएस्ट्रोजेन होता है जो एंजाइम के कामकाज को रोक सकता है, जो थायरॉयड हार्मोन बनाता है। एक अध्ययन में पाया गया कि जिन महिलाओं ने सोया सप्लीमेंट का सेवन किया, उनमें हाइपोथायरायडिज्म होने की संभावना तीन गुना अधिक थी।
आयोडीन वाली चीजें
हाइपोथायरायडिज्म पर्याप्त आयोडीन की कमी के कारण भी होता है। ऐसे मामलों में, आयोडीन युक्त नमक या आयोडीन युक्त खाद्य पदार्थों के सेवन से नुकसान हो सकता है। इससे थायरॉयड ग्रंथि का कामकाज प्रभावित हो सकता है।
ज्यादा फाइबर वाली चीजें
आमतौर पर ज्यादा फाइबर वाली चीजें खाने की सलाह दी जाती है लेकिन थायराइड दवाओं के सेवन के ठीक बाद फाइबर के सेवन से फाइबर का अवशोषण ठीक तरह नहीं हो पाटा है जिससे आपको कब्ज और बवासीर की समस्या हो सकती है।
हाइपरथायरायडिज्म डाइट प्लान (Hyperthyroidism Diet)
कम आयोडीन वाली चीजें
कम आयोडीन वाला आहार थायराइड हार्मोन को कम करने में मदद करता है। गैर-आयोडीन युक्त नमक, कॉफी या चाय, वाइट एग, अनसाल्टेड नट और नट बटर, घर का बना ब्रेड, गैर-आयोडीन युक्त नमक के साथ पॉपकॉर्न, जई, आलू और शहद जैसी चीजों का सेवन करें।
गोभी
गोभी परिवार की सब्जियां थायरॉयड को बढ़ने से रोकती हैं। इसलिए आपको बांस की शाखा, बोक टी, ब्रोकोली, ब्रसल स्प्राउट, कसावा, गोभी, हरा कोलार्ड, पत्तागोभी, सरसों और शलजम आदि का खूब सेवन करना चाहिए।
आयरन, सेलेनियम, जिंक कैल्शियम और विटामिन डी
इन पोषक तत्वों के लिए आपको मसूर की दाल, नट्स, चिकन, रेड मीट, सीड्स, साबुत अनाज, चिया बीज, मशरूम, चाय, चावल, गाय का मांस, चने, कोको पाउडर, काजू, मशरूम, कद्दू के बीज, पालक, सफेद सेम, भिंडी आदि का सेवन करें।
हाइपरथायरायडिज्म में न खायें ये चीजें (Foods to avoid in Hyperthyroidism)
आयोडीन वाली चीजें
आयोडीन से भरपूर चीजें खाने से हाइपरथायरायडिज्म हो सकता है या कुछ मामलों में यह खराब हो सकता है। इसलिए आपको मछली, समुद्री सिवार, झींगे केकड़े, झींगा मछली और सुशी से बचना चाहिए।
नाइट्रेट्स
नाइट्रेट्स नामक रसायन बहुत अधिक आयोडीन को अवशोषित करता है जो थायरॉयड में समस्या कर सकता है। यह अजवायन, सलाद, बीट, पालक, अजमोद, गोभी, सौंफ, लीवर, शलजम, गाजर, खीरा और कद्दू में ज्यादा पाया जाता है।
ग्लूटेन
कुछ लोगों में, ग्लूटेन सूजन पैदा करके थायरॉयड को नुकसान पहुंचा सकता है। अगर आपको एलर्जी भी नहीं है, तो भी इससे बचना चाहिए। इसके लिए आपको अधिक मात्रा में गेहूँ, जौ, राई आदि के सेवन से बचन चाहिए।