ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, बवासीर, कमजोर हड्डियों का इलाज है हर जगह मिलने वाले वाला यह पौधा
By उस्मान | Published: June 29, 2019 05:18 PM2019-06-29T17:18:34+5:302019-06-29T17:18:34+5:30
आपने इस पौधे को अपने घर के आंगन या दीवार के नजदीक उगा हुआ जरूर देखा होगा। स्वास्थ्य गुणों से भरपूर इस पौधे को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपनी बहुत उपयोगी औषधीय पौधों की सूची में शामिल किया हुआ है।
कुलफा (common purslane) एक औषधीय पौधा है। आपने इस पौधे को अपने घर के आंगन या दीवार के नजदीक उगा हुआ जरूर देखा होगा। स्वास्थ्य गुणों से भरपूर इस पौधे को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपनी बहुत उपयोगी औषधीय पौधों की सूची में शामिल किया हुआ है। इसमें भरपूर मात्रा में ओमेगा 3 फैटी एसिड जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं।
इस पौधे की पत्तियों में एंटी बैक्टीरियल, एंटी फंगल, एंटी सेप्टिक, एंटी इन्फ्लेमेंटरी, एंटी बायोटिक और एंटी वायरल गुण होते हैं। यही वजह है कि इसकी दो से तीन पत्तियां ही कई बीमारियां को दूर कर सकती हैं। इसकी पत्तियां 10 से 12 सेमी तक लम्बी और 5-6 मिमी तक मोटी और रस से भरी हुई होती हैं, इनका स्वाद खट्टा नमकीन होता है।
हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में सहायक
इस पौधे की पत्तियों में पोटेशियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। हाई बीपी में कुलफा की 2 से 3 पत्तियों को हर सुबह चबाने से बीपी कंट्रोल रहता है, साथ ही इसे सब्जी और सलाद के रूप में भी सेवन कर सकते हैं।
हड्डियों को बनाता है मजबूत
इस पौधे में कैल्शियम और मैग्नीशियम भी पाए जाते हैं जिससे हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाने में मदद मिलती है। इसके अलावा यह रक्त संचार को बेहतर बनाने में भी सहायक है।
वजन घटाने में मददगार
यदि किसी का वजन बहुत ज्यादा है तो कुलफा के 7-8 काले बीज गुनगुने पानी के साथ सेवन करने से वजन तेजी से कम होता है, साथ ही इनकी पत्तियों का भी सेवन करना चाहिए।
एंटी कैंसर गुण
चीनी शोधकर्ताओं द्वारा 2016 के एक अध्ययन से पता चलता है कि इस पौधे में एंटीऑक्सिडेंट और एंटीप्रोलिफेरेटिव गुण होते हैं जो ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद कर सकते हैं। इसके एंटी-कैंसर गुणों का पता लगाने के लिए आगे के अध्ययन की आवश्यकता है।
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल रोगों का इलाज करने की क्षमता
पारंपरिक चीनी चिकित्सा में इस पौधे का दस्त और आंतों के रक्तस्राव से लेकर बवासीर और पेचिश तक सब कुछ का इलाज करने के लिए उपयोग किया जाता था। आज भी इसका उपयोग विभिन्न प्रकार की आंतों की स्थिति के इलाज के लिए किया जाता है। इन लाभों को मुख्य रूप से प्यूरसेन में पाए जाने वाले कार्बनिक यौगिकों के लिए जिम्मेदार ठहराया जाता है, जिसमें डोपामाइन, मैलिक एसिड, साइट्रिक एसिड, ऐलेनिन, ग्लूकोज जैसे गुण शामिल हैं।