Health tips: कोरोना काल में सेहत को रखना है दुरुस्त तो खाने से पहले लें 9 गहरी सांस, 6 बीमारियों से होगा बचाव
By उस्मान | Published: August 31, 2020 05:08 PM2020-08-31T17:08:29+5:302020-08-31T17:08:29+5:30
कोरोना काल में स्वस्थ रखने के उपाय : कोरोना काल में पेट और पाचन को दुरुस्त रखने के लिए जरूर करें अपनाएं ये उपाय
कोरोना काल में स्वस्थ रहने के लिए केवल बेहतर खाना-पान ही जरूरी नहीं है बल्कि कुछ शारीरिक गतिविधियों पर भी ध्यान देना जरूरी है। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि स्वस्थ रहने के लिए खाने-पीने से जुड़ी सही आदतों पर अमल करना भी बहुत जरूरी है।
उदहारण के लिए एसिडिटी से बचने के लिए रोजाना ब्रेकफास्ट करना और खाने के बीच तीन घंटे का अंतराल बनाए रखना चाहिए। इसी तरह योग, प्राणायाम, आसन और ब्रीदिंग एक्सरसाइज से भी आंतों को स्वस्थ बनाने और एसिड रिफ्लक्स से बचने में मदद मिल सकती है।
इसी तरह खाने से पहले गहरी सांस लेने की प्रक्रिया होती है। बताया जाता है कि ऐसा करने से मोटापा, तनाव, एसिडिटी और अपच जैसी समस्याओं से बचने में मदद मिल सकती है। अगर आप भी इस तरह के विकारों से परेशान हैं, तो आपको खाने से पहले गहरी सांस लेने का उपाय ट्राई करना चाहिए।
खाने से पहले गहरी सांस लेने से होने वाले फायदे
अध्ययनों के अनुसार, खाने से पहले तीन बार गहरी सांस लेने से ना केवल पाचन में मदद मिलती है बल्कि एसिडिटी और ज्यादा खाने की लालसा भी कम होती है। इसका कारण यह है कि जब आप गहरी सांस लेते हैं, तो ऑक्सीजन अंदर जाती है, जिससे बॉडी को एसिड और एल्कलाइन को नेचुरली मेन्टेन करने में मदद मिलती है।
गहरी सांस लेने से फायदा कैसे होता है
इतना ही नहीं आप थोड़ी मात्रा में खाने से पहले भी एक गहरी सांस ले सकते हैं। इससे बॉडी को ऑक्सीजन मिलता है जिससे बॉडी में एसिड उत्पादन के संतुलन को बेहतर बनाने में मदद मिलती है। इसके अलावा गहरी सांस लेने से मसल्स को आराम मिलता है, फेफड़ों का विस्तार होता है और हार्ट रेट कम होती है।
इतना ही नहीं इससे तनाव कम होता है, वजन को बढ़ने से रोकने में मदद मिलती है और बॉडी के भीतर साइकोलॉजिकल बैलेंस रखने में मदद मिलती है। जानिये इस प्रक्रिया को कैसे किया जाता है।
यह सांस लेने का तरीका
- भोजन से पहले एक शांत स्थान पर बैठें
- आंखें बंद करें और 9 गहरी सांस लें
- जब तक फेफड़े पूरी तरह से फूल नहीं जाते हैं तब तक नाक से सांस लें
- उसके बाद अपने मुंह से सांस छोड़ें
इस बात का रखें ध्यान
इसके अलावा पर्याप्त मात्रा में पानी पीना भी बहुत जरूरी है। पानी की कमी से थकान हो सकती है जिससे अपच और अन्य पेट संबंधी जटिलताओं का खतरा बढ़ सकता है। एसिडिटी से निपटने के लिए आमतौर पर एंटीएसिड या अन्य दवाएं लेने से आपका शरीर दवाओं पर निर्भर होने लगता है। आपको बता दें कि ज्यादा एंटीएसिड लेने से डायरिया और कब्ज का खतरा हो सकता है।
देश में कोविड-19 के 78,512 नए मामले सामने आए, 971 और लोगों की मौत
भारत में कोविड- 19 के 78,512 नए मामले सामने आने के बाद सोमवार को देश में संक्रमण के मामले 36 लाख पार कर गए। वहीं, 27,74,801 लोगों के संक्रमण मुक्त होने के बाद देश में मरीजों के ठीक होने की दर 76.62 प्रतिशत हो गई है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में वायरस से 971 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 64,469 हो गई।
मंत्रालय के अनुसार देश में अभी कोरोना वायरस से संक्रमित 7,81,975 मरीजों का इलाज जारी है जबकि 27,74,801 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। देश में कोविड-19 के अभी तक कुल 36,21,245 मामले सामने आए हैं। देश में मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 76.62 प्रतिशत हो गई है जबकि मृत्यु दर गिरकर 1.78 प्रतिशत हो गई।
मंत्रालय के अनुसार केवल पिछले आठ दिनों में करीब पांच लाख लोग ठीक हुए है। इससे पहले इतने लोग क्रमश: 10 और नौ दिन में ठीक हुए थे। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार भारत में अभी तक कुल 4,23,07,914 नमूनों की कोविड-19 की जांच की गई है, जिसमें से 8,46,278 नमूनों की जांच रविवार को की गई। आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में जिन 971 लोगों की मौत हुई उनमें से सबसे अधिक 296 लोग महाराष्ट्र के थे।