इम्यूनिटी बढ़ाने, बीमारियों से लड़ने के लिए 30 की उम्र के बाद खायें 8 चीजें, खून की कमी, थकान, कमजोरी भी होगी दूर
By उस्मान | Updated: January 4, 2021 15:51 IST2021-01-04T15:45:13+5:302021-01-04T15:51:24+5:30
Healthy diet tips: 30 साल के बाद शरीर का इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर होने लगता है, जिससे रोगों का खतरा बढ़ जाता है

हेल्दी डाइट टिप्स
उम्र बढ़ने के साथ-साथ इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर होने लगता है। यही वजह है कि उम्र बढ़ने के साथ बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। एक्सपर्ट्स हेल्दी डाइट की सलाह देते हैं ताकि शरीर लंबे समय तक अंदर से मजबूत बना रहे।
बढ़ती उम्र के साथ मेटाबॉलिज्म धीरे हो जाता है, जिससे पाचन खराब होने लगता है। पाचन खराब होने का मतलब है कि आपको पेट संबंधी कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इस उम्र में गठिया, हृदय रोग, डायबिटीज और स्ट्रोक आदि का ज्यादा खतरा होता है।
इनके जोखिम को कम करने के लिए स्वस्थ वजन बनाए रखने की जरूरत है। इस उम्र के बाद महिलाओं को पोष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए। रोजाना एक्सरसाइज और हेल्दी डाइट लेने इम्यूनिटी बढ़ती है। इसके अलावा आपको स्मोकिंग, शराब, मसालेदार और तली भूनी चीजों से परहेज करना चाहिए। स्वस्थ और बेहतर
खट्टे फल
इस उम्र में आपको संतरा, अंगूर, नींबू जैसे फलों का सेवन करना चाहिए। एंटी ऑक्सीडेंट से भरपूर खट्टे फल इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं। इन चीजों का सेवन करने से वजन कम होता है और हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा कम होता है।
अंडा
उम्र बढ़ने से शरीर में विटामिन डी और आयरन की कमी होने लगती है। अंडे में इन दोनों पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा होती है। इसके अलावा प्रोटीन से भरपूर अंडा हृदय रोग, कोलेस्ट्रोल और मोटापे को कम करने में मदद करता है। अंडे में कार्बोहाइड्रेट और शुगर की मात्रा कम होती है।
ब्रोकोली और बीन्स
ब्रोकोली विटामिन के भंडार है। इससे आपको अपनी हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद मिलती है और बीमारियों से लड़ने के लिए इम्युनिटी सिस्टम भी मजबूत होता है। बीन्स में भरपूर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है जो शरीर की मांसपेशियों के निर्माण में सहायक है। इसके अलावा बीन्स में फाइबर होता है जो शरीर को अन्य खाद्य पदार्थों को पचाने में मदद करता है।
ऑयली मछली
सैमन और ट्राउट जैसी ऑयली मछली सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। ये शरीर में आवश्यक हॉर्मोन को बनाने में मदद करते हैं। यह दिमाग, हृदय के लिए अच्छा होता है। ऑयली मछली में ओमेगा-3 फैटी एसिड की भरपूर मात्रा होती है।
लहसुन और अदरक
यदि आप ताजा लहसुन नहीं खाते हैं, तो आप लगातार जोखिम में हैं। लहसुन हानिकारक सूक्ष्मजीवों को मारने में मदद करता है और आपके शरीर को सभी हेल्मिंटों से साफ रखता है। यह प्रतिरक्षा प्रणाली में भी सुधार करता है।
नट्स
नट्स पेट भरने वाले स्नैक के रूप में इस्तेमाल किया जाता है जो वजन घटाने में मदद करता है। नट्स में हाई प्रोटीन और फाइबर के गुण होते है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है।
शहद
शहद का उपयोग 5,000 वर्षों से अधिक समय से दवा में किया जा रहा है। यह बहुत सी समस्याओं के लिए एक प्राकृतिक उपचार उपाय है। शहद को एंटीसेप्टिक, एंटीऑक्सिडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुणों के लिए जाना जाता है। इसके अतिरिक्त, कुछ लोग कॉस्मेटिक उद्देश्यों के लिए भी इसका उपयोग करते हैं।
चीया सीड्स
चीया सीड में फाइबर, ओमेगा-3 फैटी एसिड, मैग्नीशियम की भरपूर मात्रा होती है। चीया सीड प्लांट बेस्ड प्रोटीन है। इसका सेवन करने से पेट भरा हुआ लगता है और भूख पर नियंत्रण रहता है। आप चाहें तो चीया सीड को ओटमील के साथ मिलाकर खा सकते हैं।


