Diet tips: घास-फूस समझकर न फेंके मूली के पत्ते, इन्हें खाने से बवासीर, शुगर, ब्लड प्रेशर से मिलेगा छुटकारा, खून भी होगा साफ

By उस्मान | Published: November 26, 2020 11:15 AM2020-11-26T11:15:53+5:302020-11-26T11:22:04+5:30

हेल्दी डाइट टिप्स : कोरोना काल में इम्यून पावर बढ़ाकर विभिन्न रोगों से लड़ने के लिए मूली के पत्ते जरूर खाएं

Healthy diet tips: include radish leaves in your diet to boost immunity system and fight diabetes, piles, constipation, arthritis, heart disease | Diet tips: घास-फूस समझकर न फेंके मूली के पत्ते, इन्हें खाने से बवासीर, शुगर, ब्लड प्रेशर से मिलेगा छुटकारा, खून भी होगा साफ

मूली के पत्ते खाने के फायदे

Highlightsमूली के पत्ते विटामिन ए, विटामिन बी, सी का बेहतर स्रोत मूली के पत्तों में सूजन और इंफ्लेमेशन को कम करने की क्षमता मूली के पत्तों का इस्तेमाल इम्यूनिटी को बढ़ाने लिए किया जाता है

मूली खाने के फायदे आपने अक्सर सुने होंगे लेकिन क्या आप मूली के पत्तों से सेहत को होने वाले फायदों को जानते हैं। मूली की हरी पत्तियां स्वादिष्ट होने के साथ ही सेहत के लिए अच्छी मानी जाती हैं। 

आपने अक्सर देखा होगा कि अधिकतर लोग सिर्फ मूली खाना पसंद करते हैं और इसकी पत्तियों को फेंक देते हैं। आपको बता दें कि मूली के पत्ते विटामिन ए, विटामिन बी, सी के साथ ही क्लोरीन, फास्फोरस, सोडियम, आयरन, मैग्नीशियम और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। 

बवासीर से मिलती है राहत
मूली के पत्तों में सूजन और इंफ्लेमेशन को कम करने की क्षमता होती है। बवासीर के लिए मूली के सूखे पत्तों का चूर्ण बनाकर बराबर मात्रा में चीनी और पानी के साथ मिलाएं। अब इस पेस्ट का सेवन किया जा सकता है। मूली के हरे पत्तों को खाने में शामिल करके भी बवासीर को कम किया जा सकता है।

इम्यूनिटी पावर मजबूत करने में सहायक
कोरोना काल में मूली के पत्तों का इस्तेमाल इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए किया जा सकता है। इसमें आयरन और फास्फोरस जैसे मिनरल्स होते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत कर सकते हैं। 

विटामिन ए का भंडार 
मूली के पत्तों में इम्यून पावर को बढ़ाने के लिए आवश्यक खनिज विटामिन-सी, ए और थियामिन भी होते हैं। इसके अलावा, मूली के पत्तों में प्रोटियोग्लाइकेन और एंटीजेनिक पाया जाता है, जो इम्यूनिटी के लिए जरूरी माना जाता है।

डायबिटीज के लिए मूली के पत्ते
शुगर के मरीजों को नियमित रूप से मूली के पत्तों का सेवन करना चाहिए। मूली के पत्तों का रस अल्फा–ग्लूकोसाइडेज गतिविधि को बाधित करके डायबिटीज की परेशानी को कम कर सकता है। इसका यह एंजाइमेटिक निषेध प्रभाव शरीर में ग्लूकोज की मात्रा को कम करता है। 

पीलिया में देते हैं आराम
ऐसा माना जाता है कि मूली के पत्ते का करीब आधा लीटर रस प्रतिदिन पीने से लगभग दस दिनों में पीलिया रोग से छुटकारा मिल सकता है। आपको बता दें कि  पीलिया को ठीक करने में दवा के साथ ही खाने के ध्यान रखना जरूरी है। इससे निपटने के लिए आप मूली के पत्ते उबालकर भी खा सकते हैं।

ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए फायदेमंद
इसमें सोडियम होता है और यह शरीर में नमक की कमी को पूरा करता है, इसलिए लो ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए भी यह बेहद फायदेमंद है। इसके अलावा इसमें मौजूद एंथेकाइनिन दिल के लिए फायदेमंद होता है।

अर्थराइटिस की रामबाण दवा 
एक अध्ययन के अनुसार मूली के पत्तों में  लूटोलिन होता है, जो एंटी-इंफ्लेमेटरी गतिविधि को प्रदर्शित करता है। यह प्रभाव अर्थराइटिस से राहत पाने में मदद कर सकता है। इसके अलावा, मूली के पत्तों में कौमारिक एसिड भी होता है, जो अर्थराइटिस प्रभाव दिखाता है।

कब्ज से मिलती है राहत
 इसमें फाइबर भरपूर होता है इसलिए यह कब्ज से राहत देता है। वहीं इसके रस को पानी और मिश्री के साथ पीने पर पीलिया रोग में लाभ मिलता है। इतना ही नहीं यह बालों का झड़ना भी कम करता है। 

दिल को स्वस्थ रखने में सहायक
आपके शरीर को स्‍वस्‍थ्‍य रखने के लिए हृदय को स्‍वस्‍थ्‍य रखना बहुत ही आवश्‍यक है। मूली के पत्तों में एंथोसायनिन होता है, जो दिल के स्‍वास्‍थ्‍य को बढ़ावा देता है। 

खून की होती है सफाई
खून की सफाई करने के लिए आप मूली के पत्ते इस्तेमाल कर सकते हैं। पत्ते में एंटीकोर्सिक होता है यानी यह स्‍कर्वी को रोकने में सहायक होते हैं। मूली के पत्तों में विटामिन सी भी होता है। इस तरह यह शरीर में विषाक्‍तता को हटाने में बहुत ही फायदेमंद होते हैं। 

Web Title: Healthy diet tips: include radish leaves in your diet to boost immunity system and fight diabetes, piles, constipation, arthritis, heart disease

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