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Heart Attck के 5 ऐसे कारण जिन्हें जानकार असमय मृत्यु से बच सकते हैं आप

By उस्मान | Updated: July 19, 2018 11:57 IST

45 वर्षीय महिलाओं के लिए किसी भी गंभीर जोखिम कारक के बिना, उनके जीवनकाल में दिल का दौरा या स्ट्रोक होने का खतरा 4.1 फीसदी है।

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नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी के एक अध्ययन से पता चलता है कि महिलाओं को पुरुषों की तुलना में स्ट्रोक होने का उच्च जोखिम होता है लेकिन दिल का दौरा यानी हार्ट अटैक पड़ने का कम जोखिम होता है। 45 वर्षीय महिलाओं के लिए किसी भी गंभीर जोखिम कारक के बिना, उनके जीवनकाल में दिल का दौरा या स्ट्रोक होने का खतरा 4.1 फीसदी है। हार्ट अटैक सिर्फ तनाव किसी अन्य मेडिकल कंडीशन की वजह से नहीं बल्कि ठंडे मौसम और खराब हवा के कारण भी पड़ सकता है। हम आपको हार्ट अटैक के कुछ ऐसे कारण बता रहे हैं जिनके बारे में आपको पता होना चाहिए ताकि आपको बचने में मदद मिल सके। 

1) ज्यादा इमोशनल होना

कनाडा में मैकमास्टर विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा की गई रिसर्च में सामने आया है कि उम्र, गलत आदतें और वजन बढ़ाना जैसी समस्याओं के अलावा  हार्ट अटैक का एक प्रमुख कारण ज्यादा इमोशनल होना भी है। क्योंकि ज्यादा इमोशनल होने से सीधे तौर पर आपके शरीर पर प्रभाव पड़ता है। इससे ब्लड फ्लो में गड़बड़ पैदा होती है और दिल के लिए ब्लड की सप्लाई कम हो जाती है। येही वजह है कि हार्ट डिजीज से पीड़ित व्यक्ति को तनावपूर्ण स्थिति से बचने की सलाह दी जाती है।  

2) गंदी हवा

इंटरमाउंटन मेडिकल सेंटर के शोधकर्ताओं के अनुसार, वायु प्रदूषण और गंदी हवा की वजह से भी हार्ट अटैक का खतरा होता है। यही वजह है कि डॉक्टर और एक्सपर्ट लोगों को ऐसे जगहों पर ना रहने की सलाह देते हैं, जहां की वायु गंदी होती है।

3) तलाक

कैरोलिना इंस्टीट्यूट के एक अध्ययन के अनुसार, तलाक हार्ट अटैक का एक बड़ा कारण है। इतना ही नहीं तलाकशुदा लोगों को हार्ट अटैक का जोखिम 18 फीसदी अधिक होता है। इसका मतलब यह है कि आप शांतिपूर्ण तरीके से समस्याओं को हल करके इस गंभीर स्थिति से बच सकते हैं।

4) गुस्सा

यूनिवर्सिटी ऑफ सिडनी के अनुसार गुस्सा होने के 2 घंटे के दौरान दिल का दौरा होने का खतरा 8।5 गुना अधिक होता है। पारिवारिक झगड़े की वजह से गुस्सा होने पर यह खतरा 29 फीसदी, दूसरे लोगों की वजह से गुस्सा होने पर 42 फीसदी, कार्यस्थल पर गुस्से की वजह से 14 फीसदी जबकि गाड़ी चलते समय गुस्सा होने पर यह खतरा 14 फीसदी बढ़ सकता है।

5) ठंडा तापमान

यूनिवर्सिटी ऑफ मनिटोबा के एक अध्ययन के अनुसार, 10 डिग्री सेल्सियस तापमान की वजह से दिल का दौरा पड़ने का खतरा 7 फीसदी अधिक होता है। यही वजह है एक्सपर्ट दिल से जुड़े रोगों से पीड़ित लोगों को अधिक ठंडे तापमान में ना जाने की सलाह देते हैं।

(फोटो- सोशल मीडिया)  

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