डायबिटीज, पीलिया, अस्थमा जैसे 15 रोगों का रामबाण इलाज हैं इस पेड़ के पत्ते, फल, छाल, तेजी से बढ़ाते हैं स्पर्म काउंट
By उस्मान | Published: March 2, 2019 11:12 AM2019-03-02T11:12:42+5:302019-03-02T11:12:42+5:30
आयुर्वेद विज्ञान के अनुसार, इस पेड़ के हर हिस्से- पत्ती, छाल, अंकुर, बीज और फल के कई औषधीय लाभ हैं। पीपल के पेड़ के पत्तों में ग्लूकोज, एस्टेरियोड और मेनोस, फेनोलिक होता है, जबकि इसकी छाल विटामिन के, टैनिन और फेटोस्टेरोलिन से भरपूर होती है।
हिन्दू धर्म में पीपल के पेड़ को पवित्र माना गया है। पीपल का पेड़ औषधीय गुणों का भंडार है। यही वजह है कि पीपल के पेड़ की पूजा भी होती है। कहा जाता है कि जिस तरह देवताओं में अनेक गुण होते हैं, उसी तरह पीपल का पेड़ भी अपने भीतर अनगिनत स्वास्थ्यवर्धक गुण छिपाए रखता है। बस जरूरत है उन गुणों और पीपल के पत्तों, फल, छाल आदि के इस्तेमाल के तरीकों को समझने की।
आयुर्वेद विज्ञान के अनुसार, पीपल पेड़ के हर हिस्से- पत्ती, छाल, अंकुर, बीज और फल के कई औषधीय लाभ हैं। पीपल के पेड़ के पत्तों में ग्लूकोज, एस्टेरियोड और मेनोस, फेनोलिक होता है, जबकि इसकी छाल विटामिन के, टैनिन और फेटोस्टेरोलिन से भरपूर होती है। इसका उपयोग कई बीमारियों और रोगों के इलाज के लिए किया जाता है जिसमें अस्थमा और त्वचा रोगों से लेकर गुर्दे और विभिन्न रक्त संबंधी समस्याएं शामिल हैं।
1) पीलिया के इलाज में सहायक
जब किसी को पीलिया होता है, तो उसे लंबे इलाज से गुजरना होता है और बीमारी के जाने के बाद भी कम से कम छह महीने तक डाइट का खास ध्यान रखना होता है। पीलिया जैसी गंभीर बीमारी में भी पीपल आपके काम आ सकता है। दरअसल पीपल के कोमल पत्तों का रस निकालकर उसमें मिश्री मिलाकर सेवन करने से पीलिया जल्दी ही खत्म हो जाएगा।
2) दिल की बीमारियों का करता है इलाज
दिल की बीमारियां जानलेवा होती हैं और किसी भी समय आपको चपेट में ले सकती हैं। आप पीपल के पेड़ से कुछ कोमल पत्तों को रात भर पानी में भिगोकर रख सकते हैं। और इसे दिन में 2-3 बार पियें। इससे आपका दिल अच्छी तरह से काम करता रहेगा। यह दिल की कमजोरी को रोकने में भी मदद कर सकता है। इसके अलावा हार्ट अटैक से भी बचा सकता है।
3) स्पर्म काउंट बढ़ाने में सहायक
स्पर्म काउंट बढ़ाने में पीपल की भूमिका अच्छी साबित हो सकती है। इसके लिए आप पीपल में लगने वाले फल को (जब सूख जाए) अच्छी तरह से पीस लें। अब इसे तवे में हल्का सेंक लें और दूध में मिलाकर पियें। इससे धीरे-धीरे स्पर्म काउंट बढ़ने लगता है। इसके अलावा पीपल के पेड़ की छाल को पीस कर अच्छी तरह से काढ़ा बना लें और इसे सुबह-शाम पियें।
4) डायबिटीज
डायबिटीज एक बेहद खतरनाक बीमारी है। इसका इलाज नहीं है, सिर्फ कंट्रोल किया जा सकता है। पीपल का पेड़ डायबिटीज कंट्रोल रखने में सहायक हो सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि यह आपके रक्त में शर्करा को कम करने में आपकी मदद कर सकता है। इसके लिए आपको पीपल के फल के साथ हरितकी फल पाउडर मिलाकर खाना चाहिए।
5) अस्थमा का कर सकता है इलाज
अस्थमा एक अत्यंत खतरनाक समस्या है क्योंकि यह आपके सांस को बाधित करती है। यह ऑक्सीजन को आपके फेफड़ों में और आपके शरीर के अन्य अंगों में जाने से रोकती है। शहरों में प्रदूषण की बढ़ती मात्रा के कारण, अस्थमा एक बहुत ही आम बीमारी बन गई है, खासकर छोटे बच्चों में। पीपल के पेड़ की पत्तियों के पाउडर को दूध के साथ सेवन करने से दमा से राहत मिल सकती है।
6) तनाव दूर करने दांतों को मजबूत करने में सहायक
एक्सपर्ट्स की मानें तो पीपल के पत्तों में कई तरह के विटामिंस और मिनरल्स पाए जाते हैं। माना जाता है कि यादि पीपल के पत्तों को चबाने से तनाव दूर होता है। आज के दौर में भी कई सारे लोग पीपल के दातुन का प्रयोग करते हैं क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि पीपल का दातुन करने से दांत मजबूत होते हैं।
इस बात का रखें ध्यान
ऊपर बताई गई समस्याओं से इलाज पाने के लिए अगर आप पीपल के पेड़ का इस्तेमाल करने जा रहे हैं, तो पहले आपको एक्सपर्ट से सलाह लेनी चाहिए। बिना सोचे-समझे इसके अधिक इस्तेमाल से आपको नुकसान भी हो सकते हैं।