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Covid-19: जेएन.1 स्वरूप से घबराएं नहीं, चिकित्सक बोले-हल्के लक्षण दिखे तो घर पर ही पृथक वास करें, अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: May 25, 2025 10:26 IST

Covid-19: कई अस्पतालों ने एहतियाती उपायों के तहत ऑक्सीजन सिलेंडर, एंटीबायोटिक्स, अन्य आवश्यक दवाइयां, बाईपैप (बाइलेवल पॉजिटिव एयरवे प्रेशर) मशीनें, टीके, वेंटिलेटर और पृथकवास वार्ड में अतिरिक्त बिस्तर की व्यवस्था कर तैयारी शुरू कर दी है।

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ठळक मुद्देअभी तक कोई नया मामला सामने नहीं आया है। भारत में प्रचलित प्रमुख कोविड-19 स्वरूप है।यह कोई जानलेवा स्वरूप नहीं है।

Covid-19: राष्ट्रीय राजधानी में चिकित्सकों ने लोगों को जेएन.1 स्वरूप से जुड़े कोविड-19 के मामलों से नहीं घबराने की सलाह दी है और कहा कि यह स्वरूप गंभीर नहीं है तथा ज्यादातर मरीजों में हल्के लक्षण ही सामने आए हैं। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में, हाल में कोविड-19 के सभी 23 मरीजों में केवल हल्के लक्षण दिखे हैं और वे घर पर ही पृथक वास में हैं। उनमें से 22 घर पर ही ठीक हो रहे हैं और किसी को भी अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ी। हाल में जारी सरकारी परामर्श के बाद, शहर के कई अस्पतालों ने एहतियाती उपायों के तहत ऑक्सीजन सिलेंडर, एंटीबायोटिक्स, अन्य आवश्यक दवाइयां, बाईपैप (बाइलेवल पॉजिटिव एयरवे प्रेशर) मशीनें, टीके, वेंटिलेटर और पृथकवास वार्ड में अतिरिक्त बिस्तर की व्यवस्था कर तैयारी शुरू कर दी है।

हालांकि, अभी तक कोई नया मामला सामने नहीं आया है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन जूनियर डॉक्टर्स नेटवर्क (आईएमए जेडीएन) के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. ध्रुव चौहान ने कहा कि लोगों को जेएन.1 स्वरूप से घबराने की जरूरत नहीं है, जो ओमिक्रॉन बीए 2.86 में हुए बदलाव से उत्पन्न हुआ है और जो भारत में प्रचलित प्रमुख कोविड-19 स्वरूप है।

डॉ. चौहान ने कहा, ‘‘यह कोई जानलेवा स्वरूप नहीं है। हाथ स्वच्छ रखना और अस्पताल या भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनना, लोगों के बीच छींकने में स्वच्छता का पालन करना हमेशा बेहतर होता है। लक्षणों की जांच डॉक्टर से करवाना भी महत्वपूर्ण है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लोगों को यह याद रखना चाहिए कि घबराहट और अव्यवस्था बीमारी से अधिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं पैदा कर सकती हैं।’’

आंतरिक चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. निहाल सिंह ने कहा, ‘‘हमें यह समझना चाहिए कि जेएन.1 स्वरूप फैल तो रहा है, लेकिन अधिकतर मामलों में इसने गंभीर बीमारी पैदा करने के संकेत नहीं दिए हैं।’’ सर गंगा राम अस्पताल के डॉक्टर अविरल माथुर ने कहा, ‘‘यह स्वरूप बहुत संक्रामक है, हालांकि लक्षण ज्यादातर हल्के ही रहते हैं।

फिर भी, रोकथाम सबसे अहम है। हम लोगों से भीड़भाड़ वाली या बंद जगहों पर मास्क पहनने, हाथ स्वच्छ रखने और अस्वस्थ होने पर अनावश्यक यात्रा से बचने का आग्रह करते हैं। सुनिश्चित करें कि बूस्टर खुराक सहित आपने टीके की सभी खुराक ले ली है।’’ संक्रमण के मामलों के मद्देनजर दिल्ली सरकार ने सभी अस्पतालों को बिस्तरों, ऑक्सीजन, दवाइयों और टीकों की उपलब्धता के लिए तैयार रहने को लेकर शुक्रवार को परामर्श जारी किया।

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