भारत में कोविड-19 के 21,822 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 1,02,66,674 हो गए, जिनमें से 98.60 लाख से अधिक लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। चीन से निकले इस वायरस से देश में अभी तक 1,48,738 लोगों की मौत हुई है।
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि देश में कोरोना वायरस का टीका लगाने की तैयारी अंतिम चरण में है और जल्द ही लोगों को वैक्सीन मिल जाएगी। मोदी ने कोरोना के खिलाफ नया मंत्र भी दिया है।
पीएम मोदी ने कहा, 'अब तक कोरोना के खिलाफ 'जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई' मंत्र था लेकिन अब यानी साल 2021 के लिए हमारा मंत्र होना चाहिए: 'दवाई भी, कड़ाई भी।'
दो वैक्सीन को मिल सकती मंजूरीसीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, भारत बायोटेक और फाइजर ने कोरोना वायरस वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग की मंजूरी के लिए आवेदन दिए हुए हैं. सरकार द्वारा नियुक्त विशेषज्ञ इस पर विचार कर रहे हैं।
सीरम इंस्टीट्यूट और ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी मिलकर 'कोविशिल्ड' वैक्सीन बना रहे हैं जबकि एस्ट्राजेनेका और भारत बायोटेक 'कोवाक्सिन' वैक्सीन बना रहे हैं. फाइजर ने अपना डेटा पेश करने के लिए और समय मांगा है।
एक बार जब विशेषज्ञ पैनल द्वारा टीके को मंजूरी मिल जाएगी, तो आवेदन अंतिम मंजूरी के लिए ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) में चले जाएंगे। सरकार अगले महीने से टीकाकरण शुरू करना चाहती है।
ठीक होने की दर बढ़कर 96.04 प्रतिशत आंकड़ों के अनुसार कुल 98,60,280 लोगों के संक्रमण मुक्त होने के साथ ही देश में मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 96.04 प्रतिशत हो गई। वहीं कोविड-19 से मृत्यु दर 1.45 प्रतिशत है।
उपचाराधीन लोगों की संख्या तीन लाख से कमदेश में लगातार 13 दिनों से उपचाराधीन लोगों की संख्या तीन लाख से कम है। अभी 2,57,656 लोगों का कोरेाना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 2.51 प्रतिशत है।
सबसे ज्यादा मौत महाराष्ट्र मेंकुल मरने वाले मरीजों में महाराष्ट्र के 49,463, तमिलनाडु के 12,109, कर्नाटक के 12,081, दिल्ली के 10,523 , पश्चिम बंगाल के 9,683, उत्तर प्रदेश 8,352, आंध्र प्रदेश के 7,104 और पंजाब के 5,331 लोग थे।
अब तक तक कुल 17,20,49,274 नमूनों की जांचभारतीय आयुर्विज्ञान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार 30 दिसम्बर तक कुल 17,20,49,274 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई, जिनमें से 11,27,244 नमूनों की जांच बुधवार को की गई।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की मौत हुई, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मामलों में मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का आईसीएमआर के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)