कोरोना वायरस से दुनियाभर में अब तक 5,436 लोगों की मौत हो गई है। चीन से निकला यह घातक वायरस अब महामारी बन चुका है और 150 से अधिक देशों को अपनी चपेट में ले लिया है। दुनियाभर में कोरोना वायरस से अभी भी 145,810 लोग संक्रमित हैं।
कोरोना वायरस की वजह से चीन में सबसे ज्यादा 3,189 मौत हुई हैं और यह आंकड़ा रोजाना बढ़ता जा रहा है। हालांकि यहां अब मौत की संख्या में कमी आई है और नए मामले भी कम देखने को मिल रहे हैं।
चीन के बाद कोरोना वायरस से इटली में कहर बरपाया है। इस यूरोपीय देश में रोजाना औसतन 150 से अधिक लोगों की मौत हो रही है और पिछले कुछ दिनों में यहां मरने वालों का आंकड़ा 1200 से अधिक पहुंच गया है।
इटली में इस वायरस के संक्रमण से शुक्रवार को 250 लोगों की मौत हो गई। अधिकारिक आंकड़ों के अनुसार देश में इससे एक दिन में होने वाली मौतों की यह सर्वाधिक संख्या है। पिछले 24 घंटों में 250 मौतें दर्ज की गई हैं, जिससे मृतकों की कुल संख्या 1,266 हो गई। साथ ही, देश में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 17,660 हो गई है।
चीन के बाद कोरोना वायरस से इटली में सबसे ज्यादा मौतें हो रही हैं। इटली की गिनती दुनिया के विकसित देशों में होती है। यहां तेजी से मौत का आंकड़ा बढ़ता देख सभी देश परेशान हैं।
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के अनुसार, इटली में मृत्यु दर 7% हो गई है जो अन्य देशों की तुलना में बहुत अधिक है। अगर वैश्विक औसत की बात करें, तो यह सिर्फ 3.4% है।
द न्यू यॉर्क टाइम्स के अनुसार, इटली की मृत्यु दर बढ़ने का एक बड़ा कारण बुजुर्गों की आबादी हो सकता है। इटली को यूरोप में सबसे अधिक बुजुर्गों की आबादी वाला देश माना जाता है, यहां 65 या अधिक उम्र के लगभग 23% लोग रहते हैं। लाइव साइंस के अनुसार, इटली के स्वास्थ्य अधिकारियों का मानना है कि कोरोना वायरस ने मुख्य रूप से बुजुर्गों को शिकार बनाया है। मरने वाले अधिकतर लोगों की आयु 70 से ऊपर थी। फिलहाल जो लोग संक्रमित हैं उनमें से भी अधिकतर मरीजों की आयु भी इसी बीच है। इनमें से अधिकतर लोग पहले से किसी न किसी आंतरिक बीमारी से जूझ रहे थे।
फ्लोरिडा विश्वविद्यालय के एक वायरोलॉजिस्ट इलारिया कैपुआ ने इस हफ्ते कहा था कि इटली के अस्पतालों में एंटीबायोटिक-रेसिस्टेंट बैक्टीरिया से अलग संक्रमण के कारण भी कई रोगी मर रहे हैं।
उम्र के अलावा कोरोना वायरस की चपेट में आने का एक बड़ा कारण लोगों का इम्युनिटी सिस्टम कमजोर होना भी है। ऐसा माना जा रहा है कि जिन लोगों का इम्युनिटी सिस्टम कमजोर है उन्हें किसी भी वायरस की चपेट में आने का ज्यादा खतरा होता है।
कई गंभीर बीमारियां जैसे कैंसर और डायबिटीज लोगों के इम्युनिटी सिस्टम को कमजोर बना देती हैं। भारत को डायबिटीज की राजधानी कहा जाता है। आप इस बात से अंदाजा लगा सकते हैं कि यहां किस हद तक लोगों का इम्युनिटी सिस्टम कमजोर होगा।
अन्य देशों में कोरोना वायरस की मृत्यु दर अमेरिका- 5.9चीन- 3.8 ईरान- 2.6 फ्रांस- 1.6 इंग्लैंड- 1.2 भारत- 0.2